लॉकडाउन के पहले दिन सड़कों पर कम दिखी आवाजाही
बोकारो प्रदेश मे एक सप्ताह का आंशिक लॉकडाउन गुरुवार से लागू हो गया। पहले दिन सड़क
बोकारो: प्रदेश मे एक सप्ताह का आंशिक लॉकडाउन गुरुवार से लागू हो गया। पहले दिन सड़कों पर लोगों की आवाजाही काफी कम दिखी। कार्यालय व दफ्तर जाने वाले लोग सड़कों पर दिखे ऑटो सहित अन्य सवारी गाड़ियां सड़कों पर इक्का-दुक्का ही लोग देखे गए, जो लोग बाहर निकले हुए थे तो उनमें अधिकतर अपने वाहन का इस्तेमाल करते दिखे। सरकार के निर्देशों का पालन कराने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों ने सड़कों पर मोर्चा संभाल रखा है। अनावश्यक रूप से खुली दुकानों को बंद कराया गया। वहीं सड़क पर बेवजह घूमने वाले लोगों पर भी थोड़ी सख्ती बरती गई। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को कम करने के लिए वह लोग सड़क पर आए हैं। उनकी लोगों से अपील है कि सभी लोग घरो में रहें। सरकार से जारी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करें।
---------- कई चौक-चौराहों पर की गई पूछताछ : चास के चेकपोस्ट, गरगा नदी पुल, धर्मशाला मोड़, महावीर चौक, योधाडीह मोड़ व आईटीआई मोड़़ एवं बोकारो के नया मोड़, राम मंदिर चौराहा, पत्थरकट्टा चौक, गांधी, सेक्टर-नौ बसंती मोड़ सहित कई जगहों पर तैनात पुलिस ने सड़कों पर निकलने वाले लोगों से न केवल पूछताछ की बल्कि उनके साथ सख्ती से पेश आते हुए उन्हें घर वापस जाने को कहा। वहीं, पूछताछ के दौरान कुछ लोगों ने डॉक्टर के पर्चे दिखाए तो कई आवश्यक सामग्री लेने के लिए निकलने की बात बताए। वहीं पुलिस ने सभी को हिदायत देते हुए दोबारा नहीं निकलने को कहा। बताते चलें कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 29 अप्रैल की सुबह छह बजे तक लॉकडाउन लगाया गया है। इस दौरान आवश्यक सामग्री को छोड़कर अन्य सभी दुकानों को बंद करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, आम लोगों से कहा गया है की अति आवश्यक हो तभी वह घर से बाहर निकलें। बिना वजह बाहर निकलने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -----------
काम के इंतजार में सड़क किनारे बैठे रहे मजदूर : चास के चेक पोस्ट, धर्मशाला मोड़ व योधाडीह मोड़ में पश्चिम बंगाल एवं सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से काम करने आने वाले मजदूरों को बिना काम किए ही वापस लौट जाना पड़ा। रोजाना शहर में काम करने के लिए सैकड़ों मजदूर विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों एवं पश्चिम बंगाल से आते हैं। लॉकडाउन में अधिकांश मजदूर को काम नहीं मिल सका, जिस कारण काफी देर तक मजदूर काम के इंतजार में सड़क किनारे बैठे रहे। जब कोई काम नहीं मिला तो धीरे-धीरे घर चल दिए। बहुत सारे मजदूर रोज कमाने एवं खाने वाले है। ऐसी स्थिति में काम नहीं मिलने पर परेशानी बढ़ गई है।
----------- आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी को ले बाजार में उमड़ी भीड़ :
लॉकडाउन के पहले दिन सुबह सब्जी व किराना बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमड़ी। लोगों ने दुकान से राशन व खाद्य सामग्री व सब्जियों की खरीदारी की। कई लोग जरूरत के सामान अपने घर में स्टॉक कर रहे थे। कई स्थान पर दूध की आपूर्ति समय पर नहीं की गई। इधर, बोकारो इस्पात नगर के दुंदीबाद बाजार में सब्जी की खरीदारी को लेकर लोग पहुंचे। यहां से लोगों ने आलू, प्याज के अलावा हरी सब्जियों की खरीदारी की। इस दौरान बाजार में दिन भर गहमागहमी रही। कई लोग कोरोना से सतर्कता को लेकर लापरवाह दिखे। कई लोगों ने मास्क नहीं पहन रखा था। कुछ दुकानदार मौके का फायदा उठाने से नहीं चूके। उन्होंने हरी सब्जियों के दाम बढ़ा दिए। लोगों ने बढ़ी कीमत में सब्जियां खरीदीं। कई लोगों ने बोरी के हिसाब से आलू व प्याज की खरीदारी की। लोगों ने फल की भी खरीदारी की। व्यापारियों ने कहा कि अभी आलू व प्याज का स्टॉक उपलब्ध है।