सैनिकों का सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य: डीसी
कारगिल युद्ध के 20 वर्ष पूरे होने पर उपायुक्त कृपानंद झा पुलिस अधीक्षक पी मुरूगन एवं पूर्व सैनिकों सहित बोकारोवासियों ने वीर शहीदों को याद कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया।
जागरण संवाददाता, बोकारो: कारगिल युद्ध के 20 वर्ष पूरे होने पर उपायुक्त कृपानंद झा, पुलिस अधीक्षक पी मुरूगन एवं पूर्व सैनिकों सहित बोकारोवासियों ने वीर शहीदों को याद कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। सिटी पार्क में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद बोकारो द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। मौके पर उपायुक्त ने कहा कि हर भारतीय को सैनिकों का सम्मान करना चाहिए। अपने कार्यालय में भी अगर किसी काम से पूर्व सैनिक आए, तो उनके काम को प्राथमिकता के साथ करना चाहिए। कहा कि शहीदों के सम्मान में ऐसे कार्यक्रम का आयोजन होते रहना चाहिए, ताकि आम जनता के बीच भी राष्ट्रीयता की भावना जागृत हो। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कारगिल युद्ध में हमने 527 सैनिकों को खो दिया था, वहीं 1363 जवान घायल हुए थे। चार जवानों को सेना का सर्वोच्च पदक परमवीर चक्र प्रदान किया गया था। इनमें से दो को मरणोपरांत यह पदक दिया गया था। योगेंद्र सिंह यादव इस पदक को पाने वाले सबसे कम उम्र के जवान थे। जवानों ने उस युद्ध में खून का आखिरी कतरा तक बहा दिया था। जांबाजों की कहानियां सुनकर आज भी हर भारतीय का सर गर्व से ऊंचा हो जाता है।
उपविकास आयुक्त रविरंजन मिश्रा ने कहा कि कारगिल युद्ध में भारतीय सेना के कई वीरों ने अपने प्राणों की आहुति देकर अपने देश का मान बनाए रखा और दुश्मन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।
मौके पर सेना मेडल प्राप्त कैप्टन गौरी शंकर, सिद्धेश नारायण दास, दीपक गुप्ता, महेंद्र नाथ सोरेन, ब्रजेश बृजवासी, डॉ एके सिंह, डॉ. साकेत, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद बोकारो अध्यक्ष सुरेश बाबू, प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश्वर सिंह, महासचिव राकेश मिश्रा, मनोज सिंह, मनोज झा, मनोज कुमार, अमित कुमार, राजीव रंजन, राजहंस, गौतम, शशिभूषण, शत्रुघ्न आदि उपस्थित थे।