पूर्व एसडीएम व एसडीपीओ की भूमिका की कराएं जांच
जागरण संवाददाता बेरमो विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति के प्रतिनिधियों ने सीसीएल वेलफेयर बोर्ड के
जागरण संवाददाता, बेरमो : विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति के प्रतिनिधियों ने सीसीएल वेलफेयर बोर्ड के सदस्य लखनलाल महतो के नेतृत्व में रविवार को सीसीएल के ढोरी व बीएंडके प्रक्षेत्र की कारो, अमलो व पुरनाटांड़ में संचालित आउटसोर्सिंग पैच का जायजा लिया। साथ ही कारो, अमलो व पुरनाटांड़ के लोगों से रूबरू होकर उन सबकी समस्या सुनी। वेलफेयर बोर्ड के सदस्य ने कहा कि यहां सुरक्षा मानकों को ताख पर रखकर माइंस संचालित की जा रही है। संबंधित आउटसोर्सिंग कंपनी के साथ-साथ सीसीएल प्रबंधन की लापरवाही स्पष्ट रूप से झलक रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि यहां माइंस डेंजर जोन में होते हुए भी आउटसोर्सिग का कार्य कैसे कराया जा रहा है। इसके बावजूद बेरमो के पूर्व एसडीएम व एसडीपीओ मूकदर्शक बने रहे। इसलिए पूर्व एसडीएम व एसडीपीओ की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेरमो कोयलांचल के तांतरी से लेकर स्वांग तक संचालित आउटसोर्सिंग माइंस की जांच की जानी चाहिए, ताकि पता चल सके कि माइंस किस तरह असुरक्षित ढंग से संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी मजदूरों से मशीन की तरह काम ले रही है। मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है। कंपनी की मजदूर विरोधी नीति का विरोध किया जाएगा। कहा कि कंपनी को माइंस में ब्लास्टिग कराने की अनुमति डीजीएमएस से प्राप्त है कि नहीं, इसकी जांच होनी चाहिए। कहा कि ब्लास्टिग में ओवर चार्ज के कारण लगातार घटनाएं घट रही हैं। डीजीएमएस ने सीसीएल प्रबंधन को जो आदेश दिया है उसका पालन नहीं किया जा रहा है। आउटसोर्सिंग के कर्मियों की बजाय सीसीएल के माइनिग स्टाफ, सुपरवाइजर आदि के देखरेख में ही ब्लास्टिग की जानी चाहिए। जबकि वे लोग उक्त कार्य नहीं करते। इसके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
विस्थापित नेता काशीनाथ सिंह ने कहा कि बेरमो में विस्थापितों के खिलाफ कार्य करने वालों को खदेड़ा जाएगा। कहा कि विस्थापितों को अपना अधिकार पाने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। बिनोद महतो ने कहा कि 22 सितंबर को महाधरना में आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। कैलाश ठाकुर ने कहा कि बेरमो के वर्तमान एसडीएम ने कारो आउटसोर्सिंग पैच को असुरक्षित देखकर बंद करा दिया है। विस्थापितों का अनुरोध है वे सभी असुरक्षित परियोजनाओं को बंद कराएं। मौके पर इंद्रदेव महतो, संतोष महतो, सूरज महतो, दीपक महतो, नरेश महतो, रंजीत महतो, हेमलाल महतो, लालमोहन यादव, सोहनलाल, बीरू गिरि, सुरेश महतो आदि मौजूद थे।