59 लोगों ने दी कोरोना को मात, सक्रिय मामले 261
जागरण संवाददाता बोकारो बोकारो जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम पड़ रही है। मंगलवार को आई रिपोर्ट में 59 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। मद्धिम पड़ने लगी है।
जागरण संवाददाता, बोकारो : बोकारो जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार
मद्धिम पड़ने लगी है। मंगलवार को जिले में कोरोना संक्रमण के 29 नए मामले आए। जबकि, 59 मरीज कोरोना से जंग जीतकर स्वस्थ हो गए। मंगलवार को मृतकों की संख्या शून्य रही। यह सिलसिला लगातार चल रहा है, जो बेहद राहत भरा है। नए संक्रमित मामले में चास प्रखंड क्षेत्र से चार, बेरमो प्रखंड क्षेत्र से चार, नावाडीह प्रखंड से चार, चंदनकियारी प्रखंड क्षेत्र से दो एवं बोकारो स्टील सिटी क्षेत्र के 14 लोग शामिल थे। अब, जिले में कोरोना संक्रमण के 261 मामले एक्टिव हैं। मंगलवार को 2417 लोगों की जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुई,
जिसमें 29 सक्रिय मामले सामने आए और 2388 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। उपायुक्त राजेश सिंह ने जिले वासियों से अपील किया है कि बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकले व शारीरिक दूरी का पालन करें एवं
अफवाहों से दूर रहें। साथ ही, राज्य सरकार से जारी दिशा-निर्देशों का
अनुपालन करें। 2,126 घरों का सर्वे, 82 लोग बुखार से ग्रसित संस, सुरही (बेरमो): नावाडीह प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में सेविका, सहिया एवं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने मंगलवार को 2126 घरों का डोर टू डोर सर्वे व जांच की। इस दौरान 11823 लोगों की जांच में 82 लोगों में बुखार का लक्षण दिखा। जबकि 109 लोगों की कोरोना जांच रेपिड एंटीजेन से की गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। बीपीएम नरेश कुमार ने बताया कि सर्वे के दौरान 82 लोगों में बुखार, चार में टीबी, 44 में मधुमेह तथा 35 में बीपी पाया गया। वहीं बिरनी व ताराटांड़ में पांच-पांच, चपरी व बाराडीह में दस-दस, गोनियाटो में 16, सुरही में 52, आहरडीह में दो एवं दहियारी में नौ लोगों की कोरोना जांच रेपिड एंटीजेन से की गई।
172 की हुई कोरोना जांच, दो पॉजिटिव : बीपीएम नरेश कुमार ने बताया कि सीएचसी नावाडीह की ओर से विभिन्न जगहों पर 172 लोगों की कोरोना जांच की गई। सीएचसी नावाडीह में 29, नावाडीह प्रखंड में 109, तथा चंद्रपुरा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में 34 लोगों की कोरोना जांच की गई। सीएचसी नावाडीह में की गई 29 जांच में दो की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया गया। साथ ही, डॉक्टर की सलाह पर दवा लेने को कहा गया है।