कृषकों को नहीं मिल रहा किसान भवन का लाभ
किसानों को खेती की नवीनतम जानकारी देने एवं वैज्ञानिक पद्धति से खेती का प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से साड़म पश्चिमी पंचायत में विधायक मद से वर्ष 2004-05 में 541500 रुपये की लागत से किसान भवन बनाया गया।
संवाद सहयोगी, ललपनिया (बेरमो): गोमिया प्रखंड की साड़म पश्चिमी पंचायत में किसान भवन बना है, लेकिन उसका लाभ कृषकों को नहीं मिल रहा है। किसानों को खेती की नवीनतम जानकारी देने एवं वैज्ञानिक पद्धति से खेती का प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से साड़म पश्चिमी पंचायत में विधायक मद से वर्ष 2004-05 में 5,41,500 रुपये की लागत से किसान भवन बनाया गया। उस भवन में आजतक न तो किसानों को कृषि संबधित जानकारी दी गई और न ही किसी तरह का कोई प्रशिक्षण दिया गया। यहां तक कि इस किसान भवन में किसानों की कोई बैठक भी नहीं की गई। निर्माण के बाद से ही यह भवन वीरान पड़ा है। इस कारण यह भवन फिलहाल मवेशियों व भिखारियों का पनाहगाह बन गया है।
हालांकि स्थानीय समाजसेवियों ने इस किसान भवन में कन्या उच्च विद्यालय खोलने का प्रयास किया था, लेकिन कई तकनीकी समस्या सामने आ गईं तो नहीं खोला गया। बाद में इस भवन के समीप दो कमरे का एक और भवन बना दिया गया। दोनों भवन रखरखाव के अभाव में क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। इस संबंध में होसिर के पूर्व मुखिया घनश्याम राम का कहना है कि साड़म में किसानों की सुविधा के लिए किसान भवन बनाया तो गया, लेकिन किसानों को उस भवन से आजतक कोई सुविधा नहीं मिल पाई। हां, भवन बनने से सरकारी राशि का दुरुपयोग जरूर हुआ।