श्रद्धालुओं ने की भगवान शिव व देवी पार्वती की आराधना
जासं बेरमो/ललपनिया (बेरमो) गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के लिए रविवार को बोकारो जिला सहित रामगढ़ हजारीबाग व गिरिडीह जिला के विभिन्न क्षेत्र से दर्जनों श्रद्धालुओं का जत्था ढोल-मांदर बजाते हुए ललपनिया पहुंचा। श्रद्धालुओं ने छरछरिया झरना में स्नान कर लुगू पहाड़ की तलहटी स्थित गुफा में भगवान शिव की आराधना की। जासं बेरमो/ललपनिया (बेरमो) गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के लिए रविवार को
जासं, बेरमो/ललपनिया (बेरमो) :
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के लिए रविवार को बोकारो जिला सहित रामगढ़, हजारीबाग व गिरिडीह जिला के विभिन्न क्षेत्र से दर्जनों श्रद्धालुओं का जत्था ढोल-मांदर बजाते हुए ललपनिया पहुंचा। श्रद्धालुओं ने छरछरिया झरना में स्नान कर लुगू पहाड़ की तलहटी स्थित गुफा में भगवान शिव की आराधना की। उसके बाद लगभग सात किलोमीटर खडी़ चढ़ाई चढ़कर लुगू पर्वत धाम गए, जहां श्रद्धालुओं ने भगवान शिव व देवी पार्वती की पूजा की। पूजा-अर्चना करने के बाद सभी श्रद्धालु भजन-कीर्तन करने में लीन हो गए। श्रद्धालुओं ने बताया कि वे लोग लुगू पर्वत धाम में सावन की पहली सोमवारी की पूजा कर भगवान शिव व माता पार्वती का जलाभिषेक करेंगे। वहीं अंगवाली स्थित सदाफलदेव मंदिर में विहंगम योग संस्थान की ओर से गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में पूजा-अर्चना कर ध्यान साधना की गई। उसके बाद गुरु की वंदना व आरती कर प्रवचन कार्यक्रम की शुरुआत की गई। विहंगम योग समिति बेरमो कोयलांचल के संयोजक ने कहा कि गुरु के शरणागत होने से सारी विपत्तियों का नाश हो जाता है। गुरु की कृपा से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है। गुरु की प्रेरणा से ही जीवन को सफल बनाया जा सकता है।