35 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का अधिक खतरा
जागरण संवाददाता, बोकारो : सर्वाइकल कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो महिलाओं को किसी भी उम्र
जागरण संवाददाता, बोकारो : सर्वाइकल कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो महिलाओं को किसी भी उम्र में हो सकती है। 35 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है। महिलाओं की लापरवाही बरतने के कारण उनमें यह कैंसर तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसकी जानकारी नहीं होने के कारण महिलाएं इस बीमारी का शिकार होकर मौत के मुंह में जा रही हैं। यह कहना है सिविल सर्जन डॉ. अंबिका प्रसाद मंडल का। सिविल सर्जन सदर अस्पताल के सभागार में सर्वाइकल कैंसर पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। कहा कि यह कैंसर गर्भाशय ग्रीवा से शुरू होता है, जो धीरे-धीरे शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलता है। सर्वाइकल कैंसर में उस समय तक लक्षण नहीं दिखते, जब तक यह बढ़ी हुई अवस्था में न पहुंच जाए। मगर फिर भी कई बार सर्वाइकल कैंसर में संबंध बनाने के बाद योनि से रक्त स्त्राव, पीरियड के बीच में खून दिखना, सामान्य से ज्यादा पीरियड होना, असामान्य डिस्चार्ज और पेट के निचले हिस्से में दर्द रहने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
डॉ. रेणु भारती ने सर्वाइकल कैंसर के कारक, बचाव, लक्षण तथा उपचार बारे में बताया। साथ ही वीडियो के माध्यम से जांच करने की विधि बताई। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रदीप कुमार, जिला कार्यक्रम समन्वयक मनीष कुमार, महामारी विशेषज्ञ पवन कुमार, एफएलओ एनसीडी मुकेश कुमार, प्रोग्राम असिस्टेंट एनसीडी आरती कुमारी सहित महिला चिकित्सक उपस्थित थी।