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बोकारो के संचित ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में दिखाया दम

जागरण संवाददाता बोकारो दिल्ली पब्लिक स्कूल बोकारो के पूर्व छात्र संचित कुमार ने केपीएमजी

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 10:34 PM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2020 10:34 PM (IST)
बोकारो के संचित ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में दिखाया दम
बोकारो के संचित ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में दिखाया दम

जागरण संवाददाता, बोकारो : दिल्ली पब्लिक स्कूल बोकारो के पूर्व छात्र संचित कुमार ने केपीएमजी आइडिएशन चैलेंज 2020 में शानदार प्रदर्शन करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभा की चमक बिखेरी है। वह अपनी टीम नवचरितम के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में टॉप थ्री में रहे। टॉप थ्री में टीम इंडिया के साथ टीम यूएसए व टीम चाइना ने स्थान बनाया है। 25 अगस्त को तीनों टीम के सदस्य श्रेष्ठता सिद्ध करने का प्रयास किया। प्रतिभागियों ने ऑनलाइन प्रजेंटेशन किया। आइएसएम धनबाद की टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे संचित

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बोकारो इस्पात नगर के सेक्टर 12 एफ निवासी एसबीआइ के चीफ मैनेजर सिकू कुमार परीरा के पुत्र संचित ने डीपीएस बोकारो से मैट्रिक व इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद जेईई एडवांस में सफलता हासिल की। इन्होंने 2017 में आइएसएम धनबाद में दाखिला लिया। संचित, पार्थ हेतमसरिया व वर्णिका कुमारी ने मिनरल मैपिग एंड एक्सप्लोरेशन का आइडिया दिया था। जनवरी में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में इनकी टीम ने सफलता हासिल कर फाइनल में स्थान सुनिश्चित किया। इसके बाद गुरुग्राम में राष्ट्रीय प्रतियोगिता के फाइनल में भी इनकी टीम सफल रही। जून में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता दक्षिण कोरिया के सियोल में होने वाली थी। लेकिन कोरोना के कारण इसे टाल दिया गया। 24 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन प्रतियोगिता हुई। इसमें 16 देशों की टीम शामिल हुई। इसमें से भारत, अमेरिका व चीन की टीम ने टॉप थ्री में स्थान सुनिश्चित किया। संचित की टीम भारत का प्रतिनिधित्व कर रही है। भारत सहित अमेरिका व चीन के प्रतिभागी 25 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठता सिद्ध करने के लिए प्रजेंटेशन कर रहे हैं। ---क्या है आइएसएम की टीम का आइडिया : टीम लीडर संचित ने इसरो में दो माह का इटर्नशिप किया था। इस दौरान उन्हें हाइपर सैप्टल सेंसर तकनीक को विकसित करने का विचार आया। इसकी सहायता से धरती की गहराई में मौजूद खनिज के एंगल व स्थिति का पता चल जाता है। इस तकनीक की सहायता से सटीक तरीके से खनन गतिविधियों को अंजाम दिया जा सकता है।


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