Corona Crisis: 48 वर्षों में पहली बार बीएसएल आधा करेगा उत्पादन, कच्चे माल की आपूर्ति में बाधा से बढ़ी परेशानी
बोकारो स्टील को कच्चा माल झारखंड के पश्चिम सिंहभूम डालटेनगंज राजस्थान के जैसलमेर के अलावा पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट से कोयला की आपूर्ति होती है।
बोकारो, जेएनएन। कच्चे माल की कमी को लेकर बोकारो स्टील प्रबंधन सोमवार से उत्पादन आधा करने का निर्णय लिया है। अपने स्थापना काल से लेकर अबतक यानी 48 वर्ष में यह पहला मौका है जब प्रबंधन ने इस तरह का निर्णय लिया है। इसके लिए ब्लास्ट फर्नेस संख्या-३ को स्लो डाउन तथा सीआरएम एक और दो को पूरी तरह बंद किया गया है। वहीं हॉट स्ट्रिप मिल तथा सीआरएम -तीन से उत्पादन 50 फीसद व सिंटर प्लांट से भी उत्पादन कम किया गया है।
सूत्रों की माने तो प्लांट चलाने के लिए जरूरी सामग्रियों की उपलब्धता महज कुछ ही दिन की रह गई है। प्लांट को कच्चे माल की नियमित आपूर्ति नहीं होने कारण उत्पादित सामान को बाहर भेजने में भारी परेशानी हो रही है। जिस कारण प्रबंधन प्लांट के उत्पादन को आधा करने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन के कारण उत्पादन कम किए जाने से संबंधित सूचना सेल स्तर से स्टॉक एक्सचेंज को भी दिया गया है।
विदित हो कि केंद्रीय इस्पात सचिव विनय कुमार ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिख कर इस्पात उद्योग को आवश्यक सेवा की श्रेणी की बात कहते हुए संयंत्रों के सुचारू संचालन, कच्चे माल व अन्य सामग्री के ट्रांसपोर्ट में आने वाली दिक्कतें व उत्पादों के डिस्पैच में सहयोग करने की बात कही थी। विशेषकर पश्चिम बंगाल, राजस्थान व झारखंड के कुछ जिलों में वाहनों की आवाजाही प्रभावित होने से कंपनी को ऐसा निर्णय लेना पड़ा। जिस कारण कंपनी के साथ-साथ राज्य को भी भारी राजस्व की क्षति होगी।
कहां-कहां से आता है कच्चा माल
बोकारो स्टील को कच्चा माल झारखंड के पश्चिम सिंहभूम, डालटेनगंज, राजस्थान के जैसलमेर के अलावा पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट से कोयला की आपूर्ति होती है। भुटान से भी कच्चे माल की आवक होती है। लॉकडाउन के कारण सभी स्थानों पर एक जैसी स्थिति नहीं रहने के कारण परेशानी हो रही है। ज्यादा समस्या पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश बार्डर इलाके में हो रही है।