माता-पिता को बोझ नहीं समझें नई पीढ़ी
संवाद सहयोगी, चंदनकियारी : कला संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से चंदनकियारी महोत्सव समिति द्वारा आ
संवाद सहयोगी, चंदनकियारी : कला संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से चंदनकियारी महोत्सव समिति द्वारा आयोजित बांग्ला जातरा मंचन सह नाट्य प्रतियोगिता में प्रखंड के लालपुर स्थित पाथरा नाट्य मंडली द्वारा बांग्ला जातरा बाबा मायेर शेष ठिकाना नामक नाटक का मंचन किया गया। नाटक के माध्यम से हमारे विकासशील समाज के शिक्षित दम्पतियों द्वारा परिवार के बुजुर्ग माता-पिता को बोझ समझकर तिरस्कार करना व इन्हें अपने घरों के बजाय वृद्धाश्रम में इनका ठिकाना बनाने की परंपरा को तोड़कर इनके प्रति सच्ची श्रद्धा जगाने का संदेश दिया गया। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को भी इस दिशा में सकारात्मक सोंच रखने की शिक्षा दी जा सके। वर्तमान समय के चकाचौंध की दुनिया में नारी अस्मिता को बचाये रखने की जद्दोजहद पर प्रकाश डाला गया।
इस दौरान भारतीय सभ्यता को पाश्चात्य सभ्यता के तले रौंदे जाने के पीछे आमजनों की भूमिका पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कलाकारों ने भारतीय सभ्यता बचाने के लिए प्रयास की शिक्षा दी। नाटक के अंत में बेहतरीन कलाकारी पेश करने वाले कलाकारों को मोमेंटो देकर पुरस्कृत किया गया। मौके पर मौजूद मंचन समिति के भवेश तिवारी, अनूप शेखर, त्रिलोचन महतो समेत अन्य जजों ने नाटक का मूल्यांकन किया।