सामाजिक समरसता के पक्षधर थे बाबा साहेब
बेरमो : देश के संविधान रचयिता सह भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 127वीं जय
बेरमो : देश के संविधान रचयिता सह भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 127वीं जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सीसीएल कारो परियोजना के पीओ राजमुनि राम ने कहा कि डॉ. आंबेडकर दलित समुदाय के उत्थान के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। वे जात-पांत, छूआ-छूत के भेदभाव को मिटाकर सामाजिक समरसता कायम करने के पक्षधर थे। उन्होंने भारतीय समाज को नई दिशा दी। मौके पर शिवकुमार, शिव प्रसाद, नरेश रविदास, भोला रविदास, अर्जुन रविदास, मनोज कुमार आदि उपस्थित थे। दलित शोषित मंच की ओर से गांधीनगर स्थित आंबेडकर चौक में आयोजित समारोह का शुभारंभ चंदनकियारी के सीओ प्रमोद राम एवं झारखंड प्रदेश हरि समाज विकास समिति के अध्यक्ष डॉ. माधव राम ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब का सपना था समाज में समता, ममता व समरसता हो। वे वर्ण, जाति व शोषण से मुक्त भारत चाहते थे। उनके सपनों को साकार करने के लिए हरेक लोगों को शिक्षित होना होगा। प्रो. जितेंद्र आर्यन एवं दलित शोषित मंच के प्रदेश अध्यक्ष शिवालक पासवान ने कहा कि आज देश में मनुवादी एवं आंबेडकरवादी विचारधारा के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। निरंतर हो रहे अत्याचार के कारण दलित समाज के लोग सहमे हुए हैं। उसके खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने की जरूरत है। गोमिया प्रखंड के साड़म में आंबेडकर क्लब की ओर से आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आजसू नेता डॉ.लंबोदर महतो शिरकत की। उन्होंने बाबा साहेब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे दलितों के अधिकारों के लिए जीवंत पर्यंत लड़ते रहे।
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स्वांग : गोमिया प्रखंड अंतर्गत हजारी पंचायत के गंझूडीह ग्राम में शनिवार की रात अंबेडकर जयंती के अवसर पर जयंती सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। युवा विकास केंद्र गंझूडीह द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोमिया के अंचलाधिकारी यशवंत नायक ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जन्मोत्सव के अवसर पर केक काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।