अपने बच्चे को देश सेवा के लिए प्रेरित करें माता-पिता
जागरण संवाददाता, बोकारो : अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद् की ओर से बोकारो क्लब के सभा
जागरण संवाददाता, बोकारो : अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद् की ओर से बोकारो क्लब के सभागार में 'मां तुझे सलाम : गाथा एक शौर्य की' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सम्मानित अतिथि कारगिल युद्ध के योद्धा परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेंद्र ¨सह यादव, सांसद पीएन ¨सह, विधायक बिरंची नारायण, विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ शाही, परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष कर्नल संजय व गोपाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सूबेदार मेजर योगेंद्र ¨सह यादव ने कहा कि घर से ही बच्चों में देश के लिए त्याग व समर्पण का भाव जागृत करना चाहिए। अपने बच्चे को देश सेवा के लिए प्रेरित करें। स्कूलों में भी बच्चे को इसका ज्ञान देना चाहिए। सैन्य सेवा में जाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। सैनिक दिन-रात सरहद की रक्षा को लेकर सजग रहते हैं। वे देश की सेवा को लेकर तत्पर रहते हैं। कहा कि देश पहले है। इसलिए देश की सेवा के लिए कदम आगे बढ़ाना चाहिए। सैनिक देश की आन-बान व शान के लिए अपने सर्वस्व न्यौछावर कर देते हैं। इसलिए सैनिकों का सम्मान करना चाहिए। कुछ लोग अधिकार की बात करते हैं। लेकिन कर्तव्य को लेकर सजग नहीं रहते। झारखंड वीरों की भूमि है। यहां बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हु, परवीर चक्र विजेता अलबर्ट एक्का आदि ने देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान की सैनिकों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया। इसके बावजूद उन्होंने उनसे लोहा लिया। वे मोर्चा पर डटे रहे। घायल होने के बावजूद उन पर ग्रेनेड से हमला किया।
सांसद पीएन ¨सह ने कहा कि कारगिल युद्ध में देश के वीर जवानों ने दुश्मन सेना के हौसले पस्त कर दिए। पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। अदम्य साहस का परिचय देते हुए सूबेदर मेजर योगेंद्र ¨सह यादव ने दुश्मनों का मुंहतोड़ जवाब दिया। उनसे युवाओं व बच्चों को प्रेरणा लेनी चाहिए। विधायक बिरंची नारायण ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
-बाबा सत्यनारायण ने जगाया राष्ट्रप्रेम का भाव
बाबा सत्यनारायण मौर्य ने देशभक्ति गीत पेश कर लोगों में राष्ट्रप्रेम का भाव जागृत कर दिया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम गाने पर देशभक्तों को कोड़े खाने पड़ते थे। बच्चों को देश की गुलामी एवं आजादी के संघर्ष की गाथा से परिचित कराना चाहिए। तभी इन्हें इसकी जानकारी होगी। देश की आजादी की लड़ाई में पहली गोली मंगल पांडेय ने चलाई थी। उन्होंने गाय की चर्बी लगी कारतूस को चलाने से इनकार कर दिया। लेकिन आज गाय की तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है। लोग 15 अगस्त व 26 जनवरी को सरकारी त्यौहार मानते हैं। 15 अगस्त को घर के सामने दीप नहीं जलाते हैं। 26 जनवरी को मिठाइयां नहीं बांटते हैं। हमें उन लोगों का जन्मदिन मनाना चाहिए, जो समाज के लिए जीते हैं। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की तस्वीर बनाई। साथ ही परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेन्द्र ¨सह यादव की शौर्य गाथा का वर्णन किया।
-नगर में निकली तिरंगा यात्रा
सूबेदार मेजर योगेन्द्र ¨सह यादव ने प्रात:काल सीआइएसएफ के जवानों को कर्तव्य का पालन करने का पाठ पढ़ाया। साथ ही देश के प्रति समर्पण व त्याग का भाव जगाया। इसके बाद नगर में तिरंगा यात्रा निकाली गई। नया मोड़ पर उन्होंने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। तिरंगा यात्रा, राजेन्द्र चौक, राम मंदिर, पत्थरकट्टा चौक होते हुए बोकारो क्लब पहुंच कर संपन्न हुआ। इसमें बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक व नगरवासी शामिल थे।
----विद्यार्थियों को दिया ज्ञान
बोकारो क्लब के सभागार में सूबेदार मेजर योगेन्द्र ¨सह यादव ने विद्यार्थियों को देश सेवा का ज्ञान दिया। उन्होंने सैन्य सेवा के संबंध में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की। मौके पर महासचिव राकेश मिश्रा, रोहित, दिनेश्वर ¨सह, संतोष वर्णवाल, रवि रंजन दुबे, राजीव रंजन कुमार, नागेन्द्र ¨सह, प्रदीप झा, मनोज, अजय, ओम प्रकाश आदि उपस्थित थे।
----चैंबर के सदस्यों ने किया सम्मानित
चैंबर आफ कामर्स ने सूबेदार मेजर योगेन्द्र ¨सह यादव को शाल ओढा कर सम्मानित किया। मौके पर संरक्षक संजय बैद, मनोज चौधरी, रंगनाथ उपाध्याय, अनूप भालोटिया, महेश गुप्ता, प्रशांत कुमार, प्रकाश कोठारी, संजय ¨सह, राज कुमार प्रिय आदि उपस्थित थे।
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बाबा सत्यनारायण मौर्य ने उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे
1. आजादी की लड़ाई लड़ने वाले प्रथम नायक मंगल पांडेय सहित वीरों की कहानी अपने बच्चों को पढ़ाएं।
2. भगवान बिरसा के वंशज उनको मारने वाले अंग्रेज ईसाइयों के पदचिन्ह पर चलना बंद करें।
3. झारखंड का सांस्कृति मंत्रालय के पास भारत माता की आरती के लिए पैसा नहीं, सरकारी सहयोग के लिए लाना होगा सपना चौधरी को। 4. गोमाता की रक्षा करने में विफल रहने वाले लोगों को मंगल पांडेय व भारत माता की जय कहने का अधिकार नहीं।
5. आजादी की लड़ाई केवल शांति से नहीं बल्कि क्रांति से जीती जाती है।