पौनी क्षेत्र में मैदानी इलाकों में आए जंगली जानवर
संवाद सहयोगी, पौनी : पहाड़ों पर बर्फ पड़ने व सर्दी बढ़ जाने से जंगली जानवरों के अलावा पक्षिय
संवाद सहयोगी, पौनी : पहाड़ों पर बर्फ पड़ने व सर्दी बढ़ जाने से जंगली जानवरों के अलावा पक्षियों ने भी मैदानी इलाके का रुख कर लिया है। गजोड़, बियुलियां, दोमेल, नाला और शिवखोड़ी आदि इलाके में इन दिनों जंगली जानवरों के झुंड देखे जा सकते हैं।
गाजोड़ के पूर्व सरपंच मोहम्मद अनवर, करनैल ¨सह, कृष्ण ¨सह, प्रेम दास, लक्ष्मण ¨सह, प्रत्ताव ¨सह आदि ने बताया पिछले कुछ दिन से जंगली जानवरों के
झुंडों ने किसानों की गेहूं की फसल को अपना चारा बना लिए हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा किसान अपनी फसल का नुकसान झेल लेंगे, परंतु उन्हें डर है कि कहीं शिकारी इन जानवरों का शिकार न कर दें। ग्रामीणों ने वाइल्ड लाइफ विभाग से शिकारियों द्वारा जानवरों को नुकसान न पहुंचाने के लिए संकेतक बोर्ड लगाने की मांग की है, ताकि जंगली जानवरों को शिकारियों से कोई डर न रहे।
गौरतलब है कि गजोड़ और पूरेया क्षेत्र में इससे दो साल पहले दो बारा¨सघा मृत मिले थे, जिसमें एक
के शरीर पर गोलियों के निशान पाए गए थे। लोगों को डर है कि कहीं अब बाकी बचे उनके साथियों को कोई नुकसान न पहुंचाए। शिवखोड़ी में भी दिख रहे जंगली जानवर
आधार शिविर रनसू शिवखोड़ी में पिछले कुछ दिनों से यात्रा मार्ग से सटे जंगलों में जंगली जानवरों के झुंड दिखाई दे रहे हैं। भोले बाबा के दर्शन करने के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं ने बताया वह यात्रा मार्ग से गुजर रहे थे उन्हें पहाड़ी बकरी (पिज्जड) दिखाई दी, जिसे उन्होंने अपने केमरों में कैद कर लिया। जंगल जानवरों का क्षेत्र में दिखाई देने अच्छा संकेत माना जा रहा है। अगर लोगों की फसलों का नुकसान नहीं करेंगे तो लोग उन्हें देखकर काफी लुत्फ उठा सकते हैं। खासकर शिवखोड़ी में इस तरह के जानवर दिखाई देने से श्रद्धालुओं काफी उत्साहित हैं।