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पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी ने कंपाया

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : मैदानी इलाकों में बारिश का दौर तो मंगलवार से थम गया था, मगर पह

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Dec 2017 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 14 Dec 2017 03:00 AM (IST)
पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी ने कंपाया
पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी ने कंपाया

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : मैदानी इलाकों में बारिश का दौर तो मंगलवार से थम गया था, मगर पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर बुधवार को भी जारी रहा। इससे मैदानी इलाकों में बारिश थमी रहने के बावजूद बुधवार को पूरा इलाका शीतलहर की चपेट में रहा। ठंड की वजह से हाथ-पांव सुन्न होते रहे और सुबह एवं शाम को सर्दी गर्म कपड़ों को भेद कर शरीर में सिरहन पैदा करती रही। हांलाकि बारिश थमने के बाद अधिकतम तापमान में पिछले दिन से करीब तीन डिग्री की बढ़ोतरी हुई, मगर इससे सर्दी के तेवरों में कोई कमी नहीं आई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों तक बारिश से राहत रहेगी, मगर मौसम ऐसा ही रहने के आसार हैं।

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ऊधमपुर जिले के लाटी, बसंतगढ़, डुडु, चनैनी और पंचैरी के ऊपरी पहाड़ी इलाकों में बुधवार को सुबह से शाम तक रुक-रुक कर बर्फबारी और बारिश का दौर चलता रहा। इसी तरह लोकप्रिय पर्यटन स्थल पत्नीटॉप और नत्थाटॉप में भी रुक-रुक कर बर्फबारी का दौर चलता रहा। बर्फ के बाद बारिश होने से बर्फ पिघलते रहने से परत मंगलवार से ज्यादा मोटी तो नहीं हुई, मगर बर्फ की वजह से इन इलाकों में पारा जमाव ¨बदु से नीचे चला गया है। इन इलाकों में पेयजल आपूर्ति पाइपों में पानी जम गया है, जिसे निकालने के लिए लोगों को पाइपों को आग से गर्म करना पड़ रहा है। वहीं, जमा देने वाली ठंड की वजह से पहाड़ी इलाके में जनजीवन पटरी से उतर गया है। लोग आग और अलाव के बिना एक पल भी नहीं बैठ पा रहे। घर हो या कार्यस्थल हर जगह अंगीठी, हीटर आग से बचने का सहारा बने हुए हैं।

मैदानी इलाकों में हाल जुदा नहीं है। हालांकि मौसम विभाग ने बुधवार को इलाके का अधिकतम तापमान पिछले दिन की तुलना में 17.4 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान गिरावट के साथ 8.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है। मौसम विभाग के मुताबिक वीरवार को भी मौसम ऐसा ही रहने का पूर्वानुमान है। तापमान जमाव ¨बदु तक भले ही नहीं गया है, लेकिन हड्डियां कंपकंपा देने वाली ठंड ने लोगों को हाल बुरा करना शुरू कर दिया है। नल से निकलने वाले पानी को हाथ लगाने पर करंट का झटका प्रतीत हो रहा है। शरीर पर कपड़ों की मोटी परत भी सर्दी की पैनी धार को रोकने में सफल नहीं हो रही। बाहर ही नहीं अंदर बैठने पर भी शीतलहर के प्रभाव से हाथ-पांव सुन्न हो रहे हैं। वहीं सर्दी बढ़ने के साथ ही गर्म कपड़ों का कारोबार और गर्म रखने वाले बिजली के उपकरणों की खरीदारी तेज हो गई है। मेवे, मूंगफली और गचक की बिक्री भी तेज होने से विक्रेता खुश हैं।


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