एक साथ कारोबारियों के अवकाश पर जाने से बढ़ी लोगों की परेशानी
जागरण संवाददाता ऊधमपुर शहर के बड़ी संख्या में कारोबारियों के अवकाश पर चले जाने से बाज
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर: शहर के बड़ी संख्या में कारोबारियों के अवकाश पर चले जाने से बाजार में वीरानगी छा गई है। वहीं, लोगों को भी जरूरी सामान की खरीदारी करने को लेकर परेशानी हो रही है। लोगों ने कहा कि बेहतर होता कि कारोबारी पूरी तरह से बाजार बंद करने की बजाए दो या इससे ज्यादा चरणों में दुकानें बंद करते। इससे कारोबारियों भी परिवार के साथ छुट्टियों का आनंद उठाते और लोगों को भी परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।
बताते चलें कि गर्मियों के मौसम में कारोबारी हर वर्ष परिवार के साथ गर्मियों की छुट्टियां बिताने और पर्यटन स्थलों पर घूमने का आनंद उठाने के लिए अवकाश करते हैं। इस बार भी ऊधमपुर में ज्यादातर कारोबारियों ने 24 जून से 27 जून तक यानि चार दिनों के लिए गर्मियों का अवकाश किया है। इसमें करियाना, कपड़ा, रेडीमेड़, हार्डवेयर, मनियारी, बिजली, अल्मूनियम व स्टील, इलेक्ट्रानिक, मोबाइल, जूते, बर्तन, साइकिल व अन्य कारोबारी शामिल हैं। ज्यादातर कारोबारियों के शुक्रवार से अवकाश पर होने की वजह पूरा ऊधमपुर बाजार लगभग बंद है। स्वर्णकारों, टी-स्टाल, ढाबा, होटल, पुस्तक विक्रेता, नाई सहित अन्य कुछ कारोबार खुले रहे। कुछ अन्य कारोबारियों ने भी इसी तरह चरणबद्ध तरीके से दुकान बंद रखेंगे।
ज्यादातार कारोबारियों के अवकाश पर चले जाने के कारण बाजार में सन्नाटा पसरा है। ऊधमपुर निवासी सुनील शर्मा, शाम किशोर, मंजू देवी, राधिका मन्हास, सुमीर पुरी, ललन कुमार, भूरे लाल, संदोखू सिंह ने बताया कि बाजार बंद होने से समस्याएं बढ़ गई है। घूमने और परिवार को समय देने के लिए दुकानदारों को अवकाश करना चाहिए, मगर उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके इस तरह से सभी दुकानें बंद करने से आम लोगों को दिक्कत न हो। कई लोग ऐसे हैं जो रोज कमाते और रोज राशन व अन्य चीजें खरीदते हैं। दवा विक्रेताओं ने चरणबद्ध तरीके से अवकाश किया है, जिस वजह से दवा के लिए किसी को कोई परेशानी नहीं हो रही, मगर राशन, कपड़ा, बिजली व अन्य कई कारोबारियों की दुकानें बंद होने से लोगों को परेशानी हो रही है। सभी कारोबार यूनियनों और व्यापार मंडल को भविष्य में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि एक साथ बाजार बंद करने की बजाए चरणबद्ध तरीके से बाजार की आधी दुकानें ही बंद की जाएं। इससे सभी दुकानदार अवकाश भी कर सकें और लोगों को दिक्कत भी न हो। कोट्स---
एक साथ बाजार बंद होने से थोड़ी बहुत समस्या लोगों को हो रही है। दुकानदारों ने नंबर सभी को दे रखे हैं। लोगों के संपर्क करने पर उन्हें सामान उपलब्ध कराया जा रहा है, मगर यह परेशानी वाला जरूर है। भविष्य में कारोबारी एक साथ गर्मियों के अवकाश पर न जाकर चरणबद्ध तरीके से अवकाश करें यह सुझाव व्यापार मंडल की नई चुने जाने वाली टीम को एजीएम में दिया जाएगा।
-विक्रम सलाथिया, समाजसेवी व व्यापार मंडल चुनाव समिति के सदस्य कोट्स--
ट्रेड यूनियन की बैठक में एक साथ बंद न कर बारी-बारी से चरणबद्ध तरीके से सुझाव रखा गया था, मगर इस पर सर्वसम्मति नहीं बन पाई। एक साथ दुकानें बंद करने की वजह से शहरवासियों को परेशानी हो रही है, फोन भी आ रहे हैं। मगर लोगों को जरूरत का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। भविष्य में ऐसी स्थिति न आए, इसलिए एक साथ अवकाश की बजाए चरणबद्ध तरीके से अवकाश किया जाएगा।
-नीरज गुप्ता, सेक्रेटरी जनरल, एसोसिएटिड चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज कोट्स--
यह व्यापार मंडल का फैसला नहीं, बल्कि सभी ट्रेड यूनियन ने अलग बैठक कर अवकाश का दिन निर्धारित किया। बाजार में सीवरेज लाइन बिझाने के लिए यूईईडी और प्रशासन भी लगातार संपर्क कर रहा था। सीवरेज का काम शुरु होने पर वैसे भी काम नहीं रहता, इसलिए भी एक साथ अवकाश करने का फैसला लिया गया। हालांकि किसी को सामान के लिए दिक्कत नहीं होने दी जा रही। बिग बाजार, विशाल मार्ट के साथ गलियों में राशन और जरूरी सामान की दुकानें खुली हैं।
-जितेंद्र बरमानी, अध्यक्ष, व्यापार मंडल।