बैसाखी मेले के आखिरी दिन उमड़ा लोगों का जन सैलाब
संवाद सहयोगी ऊधमपुर देविका परिसर में लगे तीन दिवसीय बैसाखी मेले के आखिरी दिन मंगलवार को
संवाद सहयोगी, ऊधमपुर: देविका परिसर में लगे तीन दिवसीय बैसाखी मेले के आखिरी दिन मंगलवार को सुबह दस बजे के करीब मेला शुरू हुआ। देखते ही देखते दोपहर तक मेले में लोगों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। मेले में आए लोगों ने मेले का लुत्फ उठाते हुए मेले में लगी दुकानों से सामान भी खरीदा। हालांकि दोपहर तीन बजे के करीब सुबह से ही आसमान पर छाए बादलों के कारण तेज बारिश व हवा शुरू हो गई। जिसके चलते मेले में लगी दुकानों के मालिकों ने अपने अपने दुकानों में लगे सामान को समेटना शुरू कर दिया। मेले में आए लोगों ने भी किसी शेड व तिरपाल के नीचे जाकर तेज हो रही बारिश से अपनी जान बचाई। बारिश के कारण कुछ घंटों के लिए मेले का रंग फीका हो गया। लेकिन जैसे ही बारिश रुकी तो फिर से मेले में रौनक वापिस आ गई। बारिश रुकने के बाद दुकानदारों ने राहत की सांस ली। बारिश के दौरान मेले में चलने वाले सभी झुले बंद हो गए। जिसके चलते मेले में झूलों का आनंद लेने के लिए आए छोटे बच्चों को मायूसी का सामना करना पड़ा। मेले के दौरान जिला सूचना विभाग की और से स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मेले के चलते पुलिस प्रशासन की और से मेले के आखिरी दिन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। मेले में डयूटी पर तैनात पुलिस के जवान हर आने जाने वाले पर पैनी नजर रखे हुए थे। बाक्स---
मेले के आखिरी दिन दूरदराज के क्षेत्रों से भी पहुंचे लोग
देविका परिसर में लगे तीन दिवसीय बैसाखी मेले में जहां शहरवासियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। तो वहीं दूसरी और जिला के दूरदराज के क्षेत्रों से भी काफी संख्या में लोग मेले के आखिरी दिन पहुंचे। अगर यू कहेंगे कि मेले के आखिरी दिन दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों की संख्या काफी देखने को मिली। मेले में आई महिलाओं व युवतियों ने श्रृंगार, कपड़े व जरूरत का सामान खरीदा। तो वहीं छोटे बच्चे खिलौने खरीदते नजर आए। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों से आए युवाओं ने अपनी बाजू पर कई प्रकार के टेटो भी बनवाएं। जिला प्रशासन की और से मेले में स्वच्छ भारत मिशन को नजर में रखते हुए सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाए रखा।