ऊधमपुर में घाटी जाने वाले चार हजार ट्रक रोके
जागरण संवाददाता ऊधमपुर पिछले करीब एक सप्ताह से ऊधमपुर जिला में जम्मू-श्रीनगर हाईवे और धा
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : पिछले करीब एक सप्ताह से ऊधमपुर जिला में जम्मू-श्रीनगर हाईवे और धार रोड पर रोके गए ट्रक चालकों को बुधवार को भी घाटी जाने की अनुमति नहीं मिली। कई दिनों से खड़े होने की वजह से ट्रक चालकों और सवार अन्य लोगों के साथ स्थानीय लोगों की परेशानिया भी बढ़ने लगी हैं। वहीं विश्व हिंदू परिषद ने हाईवे पर जाकर फंसे चालकों व अन्य लोगों को खाना खिलाया।
ऊधमपुर जिला में विभिन्न स्थानों पर रोके गए ट्रकों को बुधवार को भी घाटी की तरफ जाने की अनुमति नहीं मिली, जिससे ट्रकों के पहिये जहा पर रुके थे, वहीं पर जमे रहे। इसके साथ ही उनके चालक, क्लीनर व सवार अन्य सभी लोग भी दिनभर आगे जाने की अनुमति मिलने का इंतजार करते हुए समय बिताते नजर आए। मगर रात तक किसी भी ट्रक को आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई।
ऊधमपुर में जखैनी चौक से लेकर शकर पुल, स्याल, बट्टलबालिया, रठियान, गरनेई, रैंबल, टिकरी के अलावा धार रोड पर मनवाल, बट्टल, मजालता सहित अन्य इलाकों में सैकड़ों घाटी जाने वाले ट्रकों को रोका गया है। कई दिनों से रोके जाने की वजह से ट्रक चालकों व सवार अन्य लोगों की परेशानिया बढ़ती जा रही हैं। इसके साथ उनमें रोष भी बढ़ता जा रहा है।
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात से आए ट्रकों के चालकों ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से उनके ट्रकों को आगे जाने की अनुमति नहीं मिल रही है। सैकड़ों ट्रक तो ऐसे हैं, जिनको 10 से 12 दिन या इससे भी ज्याद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ट्रकों में आलू, प्याज व अन्य सब्जियों के अलावा खराब होने वाला सामान लदा है। कई दिनों से यहीं पर फंसे होने की वजह से सामान खराब होने लगा है। कुछ दिन और न छोड़ा तो सामान सड़ कर पूरी तरह खराब हो जाएगा। कई दिनों से रोके गए होने की वजह से उनके पास पैसों के साथ राशन व अन्य जरूरत का सामान भी खत्म होने लगा है। चालकों ने बताया कि ज्यादातर ट्रकों को जहा पर रोका गया है, वह आबादी से दूर है। इससे चालकों को पानी के साथ अन्य जरूरी चीजों के लिए कई किलोमीटर चल कर जाना पड़ता है। इससे काफी दिक्कतें हो रही हैं। इसके साथ ही घाटी में ट्रक चालकों को निशाना बनाए जाने की वजह से ट्रक चालक अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं। हालाकि जिला पुलिस ने रोके गए ट्रक चालकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त सुरक्षा बलों को जगह-जगह पर तैनात किया है।
वहीं, जहा कहीं आबादी वाले इलाकों में ट्रकों को रोका गया है, वहा पर लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी के साथ जाम का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने प्रशासन से अपील की कि ट्रकों को आबादी वाले इलाकों से बाहर ही रोका जाए।
इस बारे में डीटीआइ ऊधमपुर हरमोहिंद्र सिंह ने बताया कि ऊधमपुर जिला में हाईवे और धार रोड पर तकरीबन चार हजार ट्रकों को विभिन्न स्थानों पर रोका गया है। उन्होंने बताया कि 25 अक्टूबर की रात को कुछ ट्रकों को छोड़ा गया था। इसके बाद से ट्रकों को छोड़ा नहीं गया है। वीरवार को भी ट्रकों को छोड़ने की अनुमति मिलने की उम्मीद कम है। जैसे ही ऊपर से ट्रकों को छोड़ने के निर्देश प्राप्त होंगे, छोड़ दिया जाएगा।
उधर विश्व हिंदू परिषद की जिला इकाई के नेता सुशात शर्मा के नेतृत्व में विहिप कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने हाईवे पर पहुंच कर फंसे हुए चालकों को भोजन खिलाया। दोपहर को वाहन में तैयार खाना लेकर हाईवे पर पहुंचे विहिप नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जगह जगह जाकर फंसे चालकों व अन्य लोगों को खाना खिलाया।