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मांगें पूरी न होने तक जारी रहेगी कामछोड़ हड़ताल

पीएचई कर्मचारियों की काम छोड़ हड़ताल के चलते आठवें दिन धार रोड ऊधमपुर में स्थित बाडेया पंपिग स्टेशन पर पीएचई के अस्थायी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर हाथों में बैनर लिए सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पीएचई इंप्लाइज एसोसिएशन ऊधमपुर के सदस्य राजेंद्र कुमार का कहना था कि सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 02:15 AM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 06:15 AM (IST)
मांगें पूरी न होने तक जारी रहेगी कामछोड़ हड़ताल

संवाद सहयोगी, ऊधमपुर : बकाया वेतन और स्थायी करने की मांग को लेकर काम छोड़ हड़ताल पर गए पीएचई के अस्थायी कर्मियों ने शुक्रवार को नौवें दिन भी विरोध प्रदर्शन किया।

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पीएचई कर्मचारियों ने धार रोड ऊधमपुर स्थित बाडेया पंपिग स्टेशन के बाहर हाथों में बैनर लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पीएचई इंप्लाइज एसोसिएशन ऊधमपुर के सदस्य राजेंद्र कुमार का कहना था कि सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। यही वजह है कि उन्हें मजबूर होकर हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। उन्हें पता है कि हमारी हड़ताल के कारण लोगों को पानी के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन सरकार व पीएचई विभाग के आला अधिकारी उनकी मांगों की ओर गौर करने के बजाय विभाग के स्थायी कर्मचारियों से पंपिग स्टेशनों पर काम लेकर पानी की सप्लाई कर रहे हैं। ताकि काम छोड़ हड़ताल को कमजोर किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार कर्मचारियों का बकाया वेतन, स्थायी करने की मांग, विभाग में स्टाफ की कमी को दूर करने, डयूटी के दौरान पीएचई अस्थायी कर्मचारी की मौत होने पर उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने, पीएचई स्टेशनों पर शौचालय व रहने के लिए कमरे जैसी अन्य मांगों को पूरा नहीं करती है। तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सुबह दस बजे से लेकर शाम चार बजे तक अस्थायी कर्मचारी स्टेशनों पर आकर धरना प्रदर्शन कर रहे है। इसके बावजूद अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो यह आंदोलन ओर आगे बढ़ेगा। इस मौके पर काफी संख्या में यूनियन के पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

वहीं पीएचई विभाग के जेईई अरुण गुप्ता का कहना था कि शहर में पीने के पानी की सप्लाई तो दी जा रही है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की सप्लाई देने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिस तरह से अस्थायी कर्मचारियों की शुक्रवार रात से हड़ताल 72 घंटे के लिए बढ़ गई है। उससे ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की सप्लाई करने में दिक्कत तो आएगी।


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