जिला जेल में संदिग्ध हालात में कैदी की मौत
-एनडीपीएस एक्ट के तहत काट रहा था सजा - पुलिस ने जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज ली 25यूडीएम1
-एनडीपीएस एक्ट के तहत काट रहा था सजा
- पुलिस ने जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज ली
25यूडीएम10-जिला अस्पताल परिसर के शवगृह के बाहर पोस्टमार्टम के दौरान इंतजार करते मृतक के परिजन। जागरण संवाददाता, ऊधमपुर :
जिला जेल में सजा काट रहे एनडीपीएस एक्ट के तहत बंद कैदी की बैरक में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पुलिस ने शव की वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराने के बाद शव वारिसों को सौंप दिया। वहीं पुलिस ने जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज भी जांच के लिए ले ली है। मृतक कैदी की पहचान बाल कृष्ण (40) पुत्र राम चंद निवासी मानसर, मजालता के रूप में हुई है।
जेल प्रशासन ने पुलिस को बताया कि रात को बाल कृष्ण ठीकठाक था और अन्य कैदियों के साथ बैरक में ही सोया था। सुबह 6.43 बजे बैरकमें कैदियों को लॉक आउट किया गया। इस दौरान सभी कैदी उठ गए, मगर बालकृष्ण नहीं उठा। कैदियों ने इसकी सूचना जेलकर्मियों को दी। उसे जगाने का प्रयास किया गया लेकिन वह नहीं जागा। इसके बाद उसे जिला जेल के अस्पताल ले जाया गया। यहां पैरामेडिकल स्टाफ ने उसकी जांच की और उसे जिला अस्पताल ले जाने को कहा। 6.50 पर उसे जिला जेल से जिला अस्पताल ऊधमपुर के लिए रवाना किया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत लाया घोषित कर दिया। वहीं, पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
इस बारे में एसएचओ ऊधमपुर संजीव चिब ने बताया कि मृतक एनडीपीएस एक्ट मामले में आरोपित था। उसे न्यायिक हिरासत के चलते जिला में भेजा गया था। प्रारंभिक जांच और में यह मामला प्राकृतिक मौत का प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने जिला जेल प्रशासन से जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज भी जांच के लिए ली गई है। इसमें भी कुछ संदिग्ध नजर नहीं आ रहा। मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और जांच पूरी होने पर चल सकेगा।
वहीं, जिला जेल सुपरिंटेंडेंट हरीश कोतवाल ने कहा कि मौत की वजह संभवता हृदय गति रुकना हो सकती है मगर जांच के बाद ही कारण स्पष्ट हो सकेगा। उन्होंने बताया कि वह ज्यूडिशियल रिमांड पर था और 20 अक्तूबर को ही जिला जेल में आया था।