विदेश दौरे की जानकारी छिपाने वाले सात पकड़े, होम क्वारंटाइन पर
कुछ लोग अपनी गैर जिम्मेदाराना हरकतों के कारण अपने परिवार रिश्तेदारों और दोस्तों की ही नहीं बल्कि आम लोगों की जिदगी के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। विदेश दौरों से आने वालों को एहतियात के तौर पर होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। इससे बचने के लिए विदेश दौरों से लौटे कुछ लोग रेलवे स्टेशन और अन्य स्थानों पर फार्म में झूठी सेल्फ डेक्लेशन दे रहें है।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : कुछ लोग अपनी गैर जिम्मेदाराना हरकतों के कारण अपने परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों की ही नहीं बल्कि आम लोगों की जिदगी के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। विदेश दौरों से आने वालों को एहतियात के तौर पर होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। इससे बचने के लिए विदेश दौरों से लौटे कुछ लोग रेलवे स्टेशन और अन्य स्थानों पर फार्म में झूठी सेल्फ डेक्लेशन दे रहें है। जिला प्रशासन वीरवार को इसी तरह झूठ बोलने वाले विदेश दौरे से लौटे सात लोगों को पकड़ कर होम क्वारंटाइन किया है।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों में विदेश दौरे कर लौटने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन, शहर के एंट्री प्वाइंटों सहित अन्य स्थानों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं। जहां पर लोगों से उनके विदेश दौरों के बारे में पूछा जा रहा है और उनसे एक फार्म भरवाया जा रहा, जिसमें उनके दौरे सहित विस्तृत पता और फोन नंबर लिखाया जाता है। विदेश से आए लोगों को एहतियातन 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन और उसके बाद 14 दिनों के लिए सर्विलांस पर रखा जा रहा है।
क्वारंटाइन की प्रक्रिया से बचने के लिए विदेश दौरों से लौटे कुछ लोग गैरजिम्मेदार रवैया अपनाते हुए अपने विदेश दौरे की जानकारी नहीं दे रहे। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को वीरवार को सात ऐसे लोगों की जानकारी मिली जो विदेशों का दौरा करके तो आए थे, मगर इसकी जानकारी उन्होंने सेल्फ डेक्लेशन फार्म में नहीं दी थी। उसके बाद प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की टीम गठित कर ऐसे लोगों का पता लगाने के लिए रवाना कर दिया। शाम तक जिला प्रशासन ने विदेश दौरों की जानकारी छुपाने वाले सात लोगों का पता लगा कर उनके स्वास्थ्य जांच की। उसके बाद सातों को उनके घरों पर होम क्वारंटाइन करते हुए बाहर न आने की हिदायत दी।
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मालदीव से लौटे स्वास्थ्य कर्मी ने भी छिपाई विदेश जाने की बात
आम लोगों तो विदेश दौरों की बात छिपा ही रहें, स्वास्थ्य विभाग के खुद के कर्मचारी भी ऐसा करने में पीछे नहीं है। स्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी हनीमून ट्रिप पर मालदीव गया था। वहां से लौटने के बाद उसने दो दिन पहले विदेश दौरे की जानकारी दिए बिना ही अपनी ड्यूटी ज्वाइंन कर ली। कुछ घंटों बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उस कर्मचारी के विदेश दौरा कर लौटने की जानकारी दी गई। इसके बाद फौरन उसके स्वास्थ्य जांच की गई। उसके बाद उसके घर जाकर उसकी पत्नी की जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों को होम क्वारंटाइन पर रखा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने इस कर्मचारी के संपर्क में आए सभी स्वास्थ्य कर्मियों की सूची तैयार कर ली है।
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होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की संख्या 36 पहुंची
सात नए मामले सामने आने के बाद जिले में अब तक होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की संख्या 36 हो गई है। इनमें से 27 लोग अभी भी होम क्वारंटाइन है। जबकि सात लोगों की होम क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बाद उनको सर्विलांस पर रखा गया है। सर्विलांस की अवधि समाप्त होने के बाद यह सभी सामान्य तरीके से घरों से बाहर आ जा सकेंगे।
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विदेश दौरे की जानकारी छिपाए नहीं
जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. यासीन मलिक ने कहा कि पूरा विश्व कोरोना को हराने के लिए जंग लड़ रहा है। भारत में सरकार, प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग सहित आम लोग भी इस जंग में अपना योगदान दे रहे हैं। मगर कुछ लोग गैरजिम्मादारी भी दिखा रहे हैं। ऐसा करने वाले प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से नहीं बल्कि अपने आप और अपने परिवार, रिश्तेदारों, मित्रों, मोहल्ले वालों और परिचितों से धोखा कर उनकी जान को जोखिम में डाल रहे हैं। विदेश दौरे करने वालों को कोई सजा नहीं दी जा रही, एहतियात के तौर पर 14 दिन होम क्वारंटाइन यानि घर में अलग रहने की सलाह दी जा रही है। इसके अगले 14 दिनों तक वह सर्विलांस पर रखे जा रहे हैं। विदेश दौरों से आने वालों के साथ कोरोना का संक्रमण आने की संभावना अधिक होती है, इसलिए ऐसा किया जा रहा है। इसलिए विदेश दौरों की जानकारी दें, ताकि कोरोना को रोका जा सके। विदेश दौरे से लौटे स्वास्थ्य कर्मी को भी होम क्वारंटान पर रखा गया है। उसके संपर्क में आए कर्मचारियों की सूची तैयार की गई है। जरूरत पड़ने पर उनको भी होम क्वारंटाइन किया जाएगा। मगर फिलहाल उसकी जरूरत महसूस नहीं हुई है।