रामनवमी को राजा दशरथ की अंत्येष्टि का दृश्य देख भावनाएं हुई आहत
संवाद सहयोगी कटड़ा लॉकडाउन में लोग समय परिवार के साथ अच्छे से व्यतीत कर सकें इसक
संवाद सहयोगी, कटड़ा :
लॉकडाउन में लोग समय परिवार के साथ अच्छे से व्यतीत कर सकें, इसके लिए दूरदर्शन ने रामायण और महाभारत सीरियलों का फिर से प्रसारण शुरू किया, मगर रामनवमी के दिन जिस दिन भगवान राम का जन्म हुआ, उस दिन रामायण सीरियल में उनके पिता राजा दशरथ की अंत्येष्टि का दृश्य दर्शकों को आहत कर गया। लोगों ने एक स्वर में कहा कि दूरदर्शन को इस बात का ध्यान रखते हुए प्रसारण करना चाहिए था।
वरिष्ठ नागरिक व पूर्व शिक्षाविद ब्रह्म स्वरूप शर्मा ने कहा कि रामनवमी पर राजा दशरथ की अंत्येष्टि दिखाना उचित नहीं लगा। कलाकार नरेश केसर ने कहा कि लोग रामायण से गहराई से जुड़े हैं। दूरदर्शन को इस बात का ध्यान रखते हुए रामायण के प्रसारण का शेड्यूल बनाना चाहिए था।
होटल व रेस्तरां संघ के चेयरमैन शाम केसर ने कहा कि उन्होंने तो यह दृश्य प्रसारित होने पर टीवी ही बंद कर दिया। कटड़ा निवासी राकेश वजीर ने कहा कि जिस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, उसी दिन दूरदर्शन पर उनके पिता की अंत्येष्टि दिखाना अच्छा नहीं लगा। समाज सेवक अंबरीश गोधरा ने कहा कि दूदर्शन को लोगों की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए था। सामाजिक संस्था साहस ही जिदगी के प्रधान अरुण शर्मा ने कहा कि रामायण का पहला दृश्य ही माहौल को गमगीन कर दिया।