पेयजल के लिए सड़क पर उतरीं महिलाएं, लगाया जाम
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : पानी की समस्या से परेशान मता गांव के सैकड़ों लोगों ने मंगलवार क
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : पानी की समस्या से परेशान मता गांव के सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को डाक बंगला के बाहर दो घंटे तक सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में गांव की महिलाएं भी शामिल थीं। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन व पीएचई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उनके इलाके में पिछले एक सप्ताह से पानी नहीं आ रहा है, लेकिन विभाग के जेई और अन्य कर्मचारी उनकी समस्या सुनने को तैयार ही नहीं हैं। जब भी पानी की समस्या के बारे में कहा जाता है तो टालमटोल करके खिसक जाते हैं। पीएचई विभाग के एक्सईएन से भी कई बार कहा गया है लेकिन वह भी टालमटोल करते हैं। पिछले एक सप्ताह से पानी की एक बूंद तक भी पूरे इलाके में नहीं आ रही है, जिसके चलते लोग पानी पीने के लिए भी तरस रहे हैं। अभी से यह हाल है तो गर्मियों में क्या हालत होगी, इसका अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है। मगर उनकी इस समस्या की न तो पीएचई विभाग को कोई परवाह है और न ही किश्तवाड़ प्रशासन को। इस कारण आज पानी के लिए तरस रहे लोगों को महिलाओं को लेकर सड़कों पर आना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने सुबह करीब साढ़े 11 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक मार्ग जाम रखा।
प्रदर्शन के चलते डाकबंगला चौक के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। यहां तक कि डीसी किश्तवाड़ और एसएसपी को भी रास्ता बदल कर जाना पड़ा। मामले को गंभीर होता देख डीएसपी हेडक्वार्टर निहार रंजन, डीएसपी मनोज कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश करने लगे, मगर लोग पीएचई विभाग के एक्सईएन के मौके पर न आने तक प्रदर्शन बंद करने को तैयार नहीं थे। कुछ समय बाद एक्सईएन मौके पर पहुंचे, जहां पर लोगों के साथ उनकी कहासुनी हो गई, जिसके बाद वह जल्दी ही वहां से खिसक लिए और लोगों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा।
बाद में डीसी किश्तवाड़ ने एसीआर को डाक बंगला चौक पर प्रदर्शनकारियों के पास भेजा। एसीआर ने बताया कि प्रशासन ने पीएचई विभाग के एक्सईएन को टैंकरों के जरिए पानी उपलब्ध करा कर समस्या हल करने के निर्देश दे दिए हैं। इसके बाद लोगों ने अपना आंदोलन समाप्त किया। घंटों तक चले प्रदर्शन के कारण जाम में फंसे लोगों को भारी परेशानी हुई।