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अधिकारी सहित 8 कर्मचारियों को डेढ़ घंटे तक बंधक बना मांगा वेतन

संवाद सहयोगी, रियासी : वेतन न मिलने तथा अस्थाई कर्मचारियों की फाइलों के रिकॉर्ड का निपट

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 01:37 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 01:37 AM (IST)
अधिकारी सहित 8 कर्मचारियों को डेढ़ घंटे तक बंधक बना मांगा वेतन
अधिकारी सहित 8 कर्मचारियों को डेढ़ घंटे तक बंधक बना मांगा वेतन

संवाद सहयोगी, रियासी : वेतन न मिलने तथा अस्थाई कर्मचारियों की फाइलों के रिकॉर्ड का निपटारा न होने पर गुस्साए पीएचई कर्मचारियों ने मंगलवार को रियासी विभाग कार्यालय में ताला जड़ते हुए कार्यालय में मौजूद एईई सहित लगभग 8 कर्मचारियों को डेढ़ घंटे तक बंदी बनाए रखा। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ताला खुलवाया और प्रदर्शनकारियों को बातचीत के लिए थाने ले जाया गया। पीएचई वर्कर्स वेलफेयर एसोसिएशन के जिला प्रधान देवेंद्र ¨सह और जम्मू संभाग के उप प्रधान अनिल वर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों ने दोपहर 2 बजे विभाग कार्यालय परिसर में प्रदर्शन शुरू कर दिया। उसके बाद लगभग 2:45 बजे उन्होंने कार्यालय के मुख्य दरवाजे पर ताला जड़ दिया। जिससे भीतर मौजूद एईई सहित लगभग 8 कर्मचारी बंदी बन कर रह गए।

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ताला जड़ने के बाद कर्मचारियों ने विभाग के एक्सइएन संजीव पुरी और जूनियर असिस्टेंट महबूब बेग के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस मौके पर एसोसिएशन के जिला प्रधान देवेंद्र ¨सह ने कहा कि वर्ष 2016 से पहले जिन कर्मचारियों को 12 माह का वेतन मिला है। सिर्फ उन्हीं कर्मचारियों को वेतन देने के लिए राज्य शासन द्वारा फंड्स जारी किया गया है। लेकिन रियासी के एक्सइएन ने राज्य शासन के निर्देश का उल्लंघन करते हुए वह वेतन उन्हें भी बांट दिया जो कि ड्यूटी के बजाय घरों में बैठे या अन्य काम धंधे में व्यस्त तथा राज्यपाल द्वारा जारी किए निर्देश के दायरे से बाहर हैं। इससे जमीनी सतह पर काम करने वाले कर्मचारियों को लगभग 3 माह के वेतन के बजाय मात्र एक माह का वेतन ही मिल पाया। उन्होंने आरोप लगाया कि एक्सईएन और जूनियर असिस्टेंट ने उन कर्मचारियों से कमीशन के लालच में राज्यपाल के निर्देशों का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का रिकॉर्ड उच्च स्तर तक भेजने की मांग को लेकर बीते 26 दिसंबर को काम छोड़ हड़ताल की थी। दो जनवरी को स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप पर एक्सईएन ने शीघ्र कर्मचारियों के फाइलों का रिकॉर्ड उच्च स्तर तक भेजने का आश्वासन दिया था। तब अधिकारियों को एक माह की समय अवधि देते हुए हड़ताल को स्थगित किया था। वह समय अवधि समाप्त होने के बाद भी फाइलों के रिकॉर्ड का निपटारा नहीं हुआ। हर तरफ से अनदेखी होने पर उन्हें विभाग कार्यालय में ताला झड़ने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कर्मचारियों का पूरा रिकॉर्ड सामने लाने तथा बकाया वेतन देने के साथ ही एसआरओ 520 का लाभ देने की मांग की। लगभग 4:15 बजे मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा कार्यालय का ताला खुलवाया गया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को बातचीत के लिए थाने ले जाया गया।


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