Pauni News: उधमपुर में सरकार को 1 लाख 34 हजार रुपये दे गया खंडहर पड़ा स्कूल
अक्सर पुरानी व खंडहर इमारतों को डिस्मेंटल करने के दौरान सरकार को नुकसान होता है लेकिन हायर सेकेंडरी स्कूल पौनी में खंडहर इमारत भी डिस्मेंटल होने से पहले सरकार को 134000 रुपये दे गई है। हायर सेकेंडरी स्कूल में वर्षों पहले बनी टीन शेड की इमारत खंडहर हो चुकी थी।
पौनी, संवाद सहयोगी : अक्सर पुरानी व खंडहर इमारतों को डिस्मेंटल करने के दौरान सरकार को नुकसान होता है, लेकिन हायर सेकेंडरी स्कूल पौनी में खंडहर इमारत भी डिस्मेंटल होने से पहले सरकार को 134000 रुपये दे गई है।
हायर सेकेंडरी स्कूल पौनी में वर्षों पहले बनी टीन शेड की इमारत खंडहर हो चुकी थी, जिसकी नीलामी के लिए हायर सेकेंडरी स्कूल पौनी के प्रिंसिपल एसपी खजुरिया ने रुचि दिखाई और उसकी नीलामी के लिए नोटिस जारी किया।
ठेकेदार अपनी बोली लगाने के लिए पहुंचे
सोमवार को नोटिस प्राप्त होने के बाद क्षेत्र के काफी संख्या में ठेकेदार अपनी बोली लगाने के लिए पहुंचे, जिसमें अखनूर के रहने वाले अशोक कुमार ने सर्वाधिक 134000 रुपये बोली लगाकर खंडहर इमारत के मटेरियल को अपने नाम किया अब बहुत जल्द इमारत को डिस्मेंटल करने के बाद विद्यार्थियों की सुविधा के लिए नई इमारत का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
बहुत जल्द नई इमारत बनाई जाएगी
हायर सेकेंडरी स्कूल में विद्यार्थियों की अधिक संख्या होने पर कई बार विद्यार्थियों के बैठने और परीक्षा के दौरान कमरे कम होने पर परेशानी आती थी, लेकिन अब पुरानी इमारत की नीलामी होने के बाद उसे हटाकर शिक्षा विभाग की तरफ से बहुत जल्द नई इमारत बनाई जाएगी, जिसके बाद विद्यार्थियों को काफी राहत मिलेगी।
15 ठेकेदारों ने भाग लिया था
नीलामी के दौरान क्षेत्र के जाने-माने 15 के करीब ठेकेदारों ने भाग लिया था। खंडहर इमारत की नीलामी की प्रक्रिया जोनल एजुकेशन ऑफिसर पौनी जितेंद्र देव बक्शी, पौनी पंचायत की सरपंच सुनीता रानी, माडी पंचायत के सरपंच प्रकाश सिंह और काना पंचायत के सरपंच संजीव कुमार शर्मा की निगरानी में हुई।
डोगरा सदर सभा मनाएगी पानी बचाओ, पक्षी बचाओ दिवस
जम्मू में डोगरा सदर सभा की ओर से हर साल गर्मियों में पानी बचाने व पक्षी बचाने का संदेश देने के लिए यह दिन मनाया जाता है। इस बार सभा की ओर से छह मई को पानी बचाओ, पक्षी बचाओ दिवस मनाया जा रहा है। सोमवार को डोगरा सदर सभा के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गुलचैन सिंह चाढ़क ने एक पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी।
चाढ़क ने कहा कि सभा पिछले दो दशकों से यह दिन मना रही है। चाढ़क ने कहा कि डोगरा लोगों की परंपरा रही है कि वे पक्षियों व जानवरों को खाना डालते आए है और भीषण गर्मियों के दिनों में अपने छतों पर पक्षियों के लिए पानी भी रखते हैं। चाढ़क ने कहा कि शहरी इलाकों में हर नागरिक का दायित्व बनता है कि वह पक्षियों के लिए पानी का प्रबंध करें।