पाकिस्तानी गोलाबारी से बर्बाद हो रहा बच्चों का भविष्य
संवाद सहयोगी नौशहरा पाक सेना के द्वारा आए दिन सीजफायर का उल्लंघन कर की जा रही गोलाब
संवाद सहयोगी, नौशहरा: पाक सेना के द्वारा आए दिन सीजफायर का उल्लंघन कर की जा रही गोलाबारी के चलते सीमा के पास सटे गांवों के स्कूली बच्चे दहशत में हैं। पाक द्वारा कई बार दिन में फायर खोल दिया जाता है, तो कभी रात्रि के समय। इससे बच्चों की पढ़ाई पर गहरा असर पड़ रहा है।
छात्र सचिन कुमार ने बताया कि वह सीमा के साथ सटे गांव सरया के सरकारी स्कूल में पढ़ाई करता है। कई बार तो सुबह ही पाक सेना के द्वारा फायर को खोल दिया जाता है, जिसके चलते हमें बंकरों में रहकर पढ़ना पड़ता है। शाम को जब घर में जाते तो हमें स्कूल का काम करना होता है, लेकिन आए दिन रात्रि के समय तेज फायर हो जाता है। इससे हमें अपने परिवार के साथ बंकर में रात गुजारनी पड़ती है। ऐसा होते हुए दो वर्ष का समय हो गया है। हम लोग हर समय दहशत में रहते हैं, जिसके कारण हम पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।
हरदेव सिंह ने बताया कि हमें हर समय डर सताता रहता है कि अगर भारत से फायर होता है, तो उसकी अवाज से पढ़ाई नहीं हो पाती है, अगर उस पार से आता है तो हमें सिर छुपाने के लिए भागना पड़ता है। हमारे लिए तो दो साल से लड़ाई लगी हुई है, पढ़ाई तो दूर हम लोग ठीक से दो वक्त का भोजन भी नहीं कर पा रहे हैं। -----------
डर के साये में बीतते हैं साल के छह माह
सुनीता कुमारी ने बताया कि सीमावर्ती गांवों के पास रहने वाले लोगों का जीवन बदतर होता जा रहा है। विकास में भी हम लोग पीछे हैं। साल में छह माह हमारी पढ़ाई भी प्रभावित रहती है। रात को सही तरह से पा भी नहीं पाते हैं। स्कूलों के शिक्षकों ने बताया कि हम बच्चों को पढ़ाएं या फायरिग के समय उनकी जान को बचाएं। हमारा दिन से इसी में ही गुजर जाता है। जब हलात समान्य होते हैं, तब तक बच्चों की परीक्षाएं आ जाती है।