किश्तवाड़ में सेना ने लगाया मशरूम का बाजार
संवाद सहयोगी किश्तवाड़ जिले के पटनाजी इलाके के लोगों को सशक्त बनाने एकीकृत करने और आजीि
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : जिले के पटनाजी इलाके के लोगों को सशक्त बनाने, एकीकृत करने और आजीविका प्रदान करने के प्रयास में भारतीय सेना ने बौंजवाह कटोरे में एक व्यापक अभियान चलाया गया, जिसमें आय के स्त्रोत के रूप में मशरूम की खेती को क्षेत्र के लोगों के लिए पेश किया गया। यह सेना और जिला कृषि विभाग की ओर से की गई एक संयुक्त पहल थी, जिसमें 20 लाभार्थियों को बीज और खाद सहित सभी आवश्यक चीजें मुफ्त में वितरित की गईं।
लाभार्थियों को मशरूम की खेती के विभिन्न पहलुओं पर जिला कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने शिक्षित किया और उन्हें स्वरोजगार अपनाने के लिए सशक्त बनाया। स्थानीय लोगों ने सफेद बटन मशरूम की खेती के लिए अपने घरों में सुविधाएं स्थापित करके उत्साहजनक भागीदारी दिखाई। मशरूम फार्म पर तापमान, आर्द्रता, नमी और प्रकाश की तीव्रता जैसे महत्वपूर्ण कारकों की निगरानी में कृषि विभाग की ओर से तकनीकी सहायता के परिणामस्वरूप कुशल उत्पादकता में वृद्धि हुई है। किसानों द्वारा उठाए गए नए कार्य की निगरानी के लिए नियमित गश्त कर सेना की ओर से विशेष प्रयास किए गए और यह सुनिश्चित किया गया कि वे पर्याप्त रूप से प्रेरित रहें। एक प्रतिकृति माडल बनाने के लिए सेना की ओर से एक मशरूम बाजार का आयोजन किया गया था, जो किसानों को बेहतर आय और बिचौलियों को नकारते हुए फसल की कीमतों में मदद कर सकता है। पहल को आर्थिक रूप से टिकाऊ बनाने के लिए खरीदारों को भी कार्यक्रम स्थल पर आमंत्रित किया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसान खरीदारों की तलाश में इधर-उधर न जाएं और साथ उनकी उपज का अच्छा मूल्य भी मिले। इस नई पहल को स्थानीय खरीदारों और महत्वाकाक्षी मशरूम किसानों दोनों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। यह भारतीय सेना की ओर से हासिल किया गया एक और मील का पत्थर है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सशक्तीकरण की दिशा में एक और कदम है।