पढ़े-लिखे बेरोजगारों को सड़क पर लाने वाला फैसला वापस ले सरकार
जागरण संवाददाता ऊधमपुर सेल्फ हेल्प ग्रुप के पढ़े-लिखे इंजीनियरों को बेरोजगार करने वाल
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : सेल्फ हेल्प ग्रुप के पढ़े-लिखे इंजीनियरों को बेरोजगार करने वाले सरकार के फैसले का वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुमित मगोत्रा ने कड़ा विरोध किया।
मगोत्रा ने ऊधमपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्र सरकार व जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पढ़े-लिखे इंजीनियर डिप्लोमा व डिग्री हासिल कर सेल्फ ग्रुप के माध्यम से रोजगार कमा रहे थे। पढ़े-लिखे इंजीनियरों को रोजगार देने के लिए वर्ष 2004 में कांग्रेस गठबंधन सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया कि जो भी सरकारी निर्माण कार्य होंगे, उनमें इन पढ़े-लिखे युवाओं को 30 फीसद कोटा दिया जाएगा। पिछले करीब 16 साल से पढ़े-लिखे डिप्लोमा व डिग्री होल्डर इंजीनियर इस नीति का लाभ उठाकर रोजगार कमाकर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे, मगर सरकार ने इन सभी को बेरोजगार कर सड़क पर लाने का काम किया है। रातों-रात सरकार ने इन डिप्लोमा व डिग्री होल्डर इंजीनियर का 30 फीसद का कोटा खत्म कर दिया। चार दिन पहले जब सरकार ने यह फैसला लिया तो उस समय प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीए मीर ने इस फैसले का विरोध किया था। हमारी पूरी प्रदेश कांग्रेस कमेटी इन युवाओं का समर्थन करती है। उन्होंने सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की। ऐसा न करने पर प्रदेश कांग्रेस पढ़े-लिखे इंजीनियरों के साथ सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करेगी।