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प्राचीन गुफा खुलते ही दर्शन के लिए उमड़ पड़े श्रद्धालु

राकेश शर्मा, कटड़ा श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने मंगलवार से मां के भक्तों के लिए प्रा

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Jan 2019 03:42 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jan 2019 03:42 AM (IST)
प्राचीन गुफा खुलते ही दर्शन  के लिए उमड़ पड़े श्रद्धालु
प्राचीन गुफा खुलते ही दर्शन के लिए उमड़ पड़े श्रद्धालु

राकेश शर्मा, कटड़ा

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श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने मंगलवार से मां के भक्तों के लिए प्राचीन गुफा के कपाट खोल दिए। श्राइन बोर्ड ने गुफा के कपाट खोलने का समय निर्धारित कर दिया है। अगर कोई श्रद्धालु प्राचीन गुफा से होकर मां वैष्णो देवी की ¨पडियों के दर्शन करने की इच्छा रखता है तो उसे उसी दौरान भवन पहुंचना होगा। प्राचीन गुफा के कपाट खुलते ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन सिमरनदीप ¨सह ने कहा कि प्राचीन गुफा खुलने के समय में बढ़ोतरी हो सकती है। ज्ञात हो श्राइन बोर्ड प्राचीन गुफा के कपाट उस समय खोलता है, जब भवन पर श्रद्धालुओं की संख्या कम होती है। बर्फबारी के बाद भवन पर शीतलहर का प्रकोप बढ़ने से श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है। यही कारण है कि देर रात और दोपहर के समय प्राचीन गुफा के कपाट खोले जाएंगे। दोपहर और रात के समय खोली जाएगी प्राचीन गुफा

श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए श्राइन बोर्ड ने सोमवार देर रात से ही प्राचीन गुफा के कपाट खोल दिए थे। मंगलवार दोपहर बाद भवन पर पहुंचे श्रद्धालुओं को प्राचीन गुफा से ही मां वैष्णो देवी के ¨पडी रूप के दर्शन करवाए गए। बोर्ड ने प्राचीन गुफा को खोलने का समय निर्धारित किया है। श्रद्धालु दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक और रात 12 बजे से सुबह तड़के चार बजे तक प्राचीन गुफा में प्रवेश कर पाएंगे। इसके बाद प्राचीन गुफा के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। प्राचीन गुफा की क्षमता 400 श्रद्धालु प्रति घंटे

प्राचीन गुफा हर साल मकर संक्रांति के आसपास खोली जाती है। इस दौरान श्रद्धालुओं की संख्या कम हो जाती है। दरअसल प्राचीन गुफा की क्षमता 400 श्रद्धालु प्रति घंटे है। यही वजह है कि प्राकृतिक गुफा का संचालन परिस्थितियों के आधार पर किया जाता है। अगर किसी कारणवश इस आंकड़े में बढ़ोतरी होती है तो प्राकृतिक गुफा को श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाता है। इस साल मकर संक्रांति के दिन श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने से विशेष आरती के बाद मुख्य पंडित के प्रवेश के बाद गुफा के कपाट बंद कर दिए गए थे।

पांच हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

पहले ही दिन प्राचीन गुफा से करीब पांच हजार श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के दर्शन किए। सोमवार रात श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आने पर श्राइन बोर्ड ने रात 12 बजे से तड़के चार बजे तक गुफा के कपाट खोल दिए थे। उस दौरान तीन हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। जय माता की जयघोष लगाते हुए श्रद्धालुओं ने प्राचीन गुफा में प्रवेश कर दिव्य ¨पडियों के दर्शन किए। उसके बाद मंगलवार दोपहर 12 बजे से दोपहर तीन बजे तक जब फिर से गुफा के कपाट खुले तो श्रद्धालु मां के भजनों पर झूमने लगे। पूरा भवन जय माता दी के जयघोष से गूंज उठा।

प्राचीन गुफा के खुलने का समय बढ़ भी सकता है

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन सिमरनदीप ¨सह ने कहा कि प्राचीन गुफा खुलने के समय में बढ़ोतरी हो सकती है। इस समय रात और दिन के समय श्रद्धालुओं की संख्या कम हो गई है। फरवरी में श्रद्धालुओं की संख्या में और कमी आएगी क्योंकि बच्चों की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। ऐसे में प्राचीन गुफा को थोड़े अंतराल के बाद खोला जा सकता है। फिलहाल, दिनभर में करीब 15 हजार श्रद्धालु भवन पर पहुंच रहे हैं।


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