तीन के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद लॉकडाउन में सख्ती और बढ़ाई
?????? ?? ?????? ???? ?? ??? ???? ?? ?????? ?? ??????? ??? ?? ??? ?? ??????? ?????? ??? ?? ??????? ??? ???? ??? ?? ??? ?????? ?? ??? ????? ??????? ??? ???? ?? ????????? ????? ?? ??????? ?? ???? ??? ??? ???? ??? ?? ??????? ?? ??? ??? ?? ??? ?? ???? ??? ?? ??? ???? ?? ???? ???? ?? ???? ?? ????????? ?? ???? ?????? ?? ???? ?? ??? ?? ??? ??? ??? ?? ??? ??????? ???? ???? ????? ???? ?????? ?? ?? ???????? ???? ?? ????? ?? ????? ?? ????? ???????
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : ऊधमपुर से कोरोना जांच के लिए भेजे गए मरीजों के सैंपलों में से तीन की रिपोर्ट शनिवार रात को पॉजिटिव आई। जिले में एक साथ कोरोना के तीन मामले पॉजिटिव पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की नींद उड़ गई। इसके साथ ही प्रशासन ने रात में ही शहर को पूरी तरह से बंद रखने के आदेश जारी कर दिए। इन निर्देशों के चलते रविवार को सुबह आठ बजे के बाद शहर में हर जगह सन्नाटा पसरा रहा। सख्ती इतनी ज्यादा था कि गैरजरूरी कारण से निकले लोगों को पुलिस ने वापस लौटाया।
ऊधमपुर में कोरोना जांच के लिए भेजे गए 12 मामलों में से तीन की आई पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी है। इस रिपोर्ट के आने के फौरन बाद स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य टीमें हरकत में आ गई। पॉजिटिव पाए गए मरीजों में से एक रामनगर, एक क्रिमची और एक मंगैनी क्षेत्र से थे। इस रिपोर्ट के आने के साथ स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक टीमों ने तीनों के घरों के 300 मीटर के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया। सील किए गए इलाकों में प्रवेश और निकास का एक मार्ग बनाया गया है, जिसमें किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं है। पॉजिटिव पाए गए मरीजों के परिवार के लोगों के साथ उनके संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाकर उनको रात से ही क्वारंटाइन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
प्रशासन ने लोगों को राशन, सब्जी सहित अन्य जरूरी चीजें घरों में ही उपलब्ध कराने के लिए होम डिलिवरी व्यवस्था शुरू की थी। इस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए काम हो रहा था, मगर इसी बीच कोरोना के तीन पॉजिटिव मामले मिलने के बाद प्रशासन ने होम डिलीवरी व्यवस्था पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी है। चार घंटे की ढील भी खत्म
तीन पॉजिटिव मामले पाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने लॉकडाउन के दौरान दी गई चार घंटे की ढील को भी खत्म कर दिया। रात को ही जिला प्रशासन ने निर्देश जारी कर दूध और दवा सहित सभी प्रकार की दुकानों को बंद रखने के निर्देश जारी कर दिए। इन निर्देशों की जानकारी रात में न होने के चलते दूधिये दूध लेकर शहरों में पहुंचे, मगर पुलिस ने सख्ती बरतते हुए कई दूधियों को लौटा दिया। जबकि कुछ दूधियों ने गलियों और सड़कों पर लोगों को चोरी छिपे दूध बेचा। मगर पुलिस का वाहन आते ही वे वहां से भाग खड़े होते। प्रशासन के निर्देशों की जानकारी न होने के कारण सब्जी मंडी भी खुल गई। इसे भी पुलिस ने सख्त रवैया अपनाते हुए बंद करवाया दिया।
डीसी डॉ. पियूष सिगला ने रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ होलसेल सब्जी मंडी का दौरा किया। उन्होंने भीड़ को जमा न होने के मद्देनजर अगले आदेश तक सब्जी मंडी बंद रखने के आदेश दिए। रविवार को 27 लोगों के सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए भेजे
कोरोना पॉजिटिव पाए गए तीन मरीजों के संपर्क के परिवार और उनके संपर्क में आए 27 लोगों के सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए रविवार को भेजे गए। इसमें से 18 सैंपल रामनगर में पॉजिटिव पाए गए मरीज के परिजनों और उनके संपर्क में आए लोगों के हैं। जबकि 4 क्रिमची इलाके के पॉजिटिव मरीज के परिजन तथा पांच मंगैनी इलाके के रहने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिवार के हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीज और किन लोगों के संपर्क में आए, यह सक्रीनिग अभी की जा रही है। कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले यह सभी हाई रिस्क कैटेगरी में हैं और इन सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। इससे पहले 12 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। दो की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि सात की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। कोरोना को हराने के लिए इसकी कड़ी को तोड़ना बेहद जरूरी है। तीन पॉजिटिव मामले मिलने के बाद तो यह और भी ज्यादा जरूरी हो गया है। लोगों से पुरजोर अपील है कि वे अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए लॉकडाउन का पालन करें। कुछ भी हो जाए घरों मे ही रहें और कोरोना को रोकने के लिए प्रशासन और सरकार की मदद करें। पॉजिटिव पाए गए लोगों के परिवार वालों को क्वारंटाइन कर लिया गया है। इसके साथ उन लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाने के लिए स्क्रीनिग कर उनको भी क्वारंटाइन किया जा रहा है। तीनों जहां पर रहते थे, एहतियातन उस इलाके के 300 मीटर दायरे को सील कर दिया है। आगले आदेश तक फिलहाल लॉक डॉउन रहेगा।
- डॉ. पियूष सिगला, डीसी ऊधमपुर