Lockdown Effect: रेल से लौटने वालों की घर वापसी में भी ऊधमपुर की भूमिका अहम
विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों विद्यार्थियों व अन्य लोगों को घरों तक पहुंचाने के लिए रेलवे श्रमिक एक्सप्रेस रेल सेवा शुरू कर रहा है। अगले सप्ताह यह सेवा कभी भी शुरू हो जाएगी।
अमित माही, ऊधमपुर : राज्य से बाहर फंसे मजदूरों, विद्यार्थियों व अन्य लोगों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे के साथ जिला प्रशासन ऊधमपुर अहम भूमिका निभाने जा रहा है। विभिन्न राज्यों में फंसे राज्य के लोगों को एक व्यवस्थित प्रक्रिया के तहत घरों तक पहुंचाने के लिए रेलवे श्रमिक एक्सप्रेस शुरू करेगा। यह सुविधा रविवार के बाद कभी भी शुरू हो जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग ने अपनी सभी तैयारिया मुकम्मल कर ली हैं। विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों, विद्यार्थियों व अन्य लोगों की घर वापसी में रेलवे अहम भूमिका निभाने जा रहा है। इसके साथ ही राज्य प्रशासन ने लोगों की घर वापसी के लिए ऊधमपुर को एक बार फिर से अहम भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों, विद्यार्थियों व अन्य लोगों को घरों तक पहुंचाने के लिए रेलवे श्रमिक एक्सप्रेस रेल सेवा शुरू कर रहा है। रविवार के बाद अगले सप्ताह यह सेवा कभी भी शुरू हो सकती है। बताया जा रहा है कि बाहरी राज्यों में फंसे घाटी के साथ जम्मू संभाग के अनेक जिलों के लोगों के लोगों को रेल से ऊधमपुर लाया जाएगा। यहा से उनको व्यवस्थित तरीके से बसों के माध्यम से उनके गृह जिलों को भेज दिया जाएगा। रेल से आने वाले केवल तीन जिलों के लोगों की ऊधमपुर में होगी सैंपलिंग ऊधमपुर जिला में बसों से अन्य राज्यों से लौट रहे ऊधमपुर के अलावा रामबन, डोडा और किश्तवाड़ जिलों के सभी मजदूरों की सैंपलिंग का काम ऊधमपुर के टिकरी सहित अन्य स्थानों पर पहले से किया जा रहा है, मगर रेल से आने वाले राज्य के सभी जिलों के लोगों की सैंपलिंग ऊधमपुर में नहीं होगी।
ऊधमपुर में ऊधमपुर के साथ रामबन की सैंपलिंग होगी। इसके अलावा अन्य किसी एक और जिले के लोगों की सैंपलिंग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। कुल मिलाकर रेल से आने वाले लोगों में से तीन जिलों की सैंपलिंग का काम ऊधमपुर में होगा। बाकी के जिलों के लोगों को बिना सैंपलिंग के लिए रवाना कर दिया जाएगा। रेल में बैठने की व्यवस्था में भी बदलाव श्रमिक एक्सप्रेस के माध्यम से ऊधमपुर में राज्य के लोगों को पहुंचाने के लिए रेलवे ने भी बैठने की व्यवस्था में बदलाव किए हैं। रेल से आने के लिए पंजीकरण कराने वाले सभी लोगों की पहले पूरी स्क्रीनिंग कर जाच की जाएगी। इसमें खरा उतरने के बाद ही रेल में सवार होने की अनुमति होगी। रेल में भी बैठने के दौरान शारीरिक दूरी व्यवस्था का पालन करना होगा। इसके लिए आठ सीटों की क्षमता वाले एक केबिन में पाच ही लोग बैठ सकेंगे। आमने-सामने छह सीटों वाली जगह पर छह की बजाए केवल चार ही लोग बैठेंगे। इसी तरह केबिन के साइड में दो सीटों वाली जगह पर एक ही यात्री बैठेगा।
यात्री के सवार होने से पहले और उतरने के बाद ट्रेन को संक्रमण रहित करने के लिए फ्यूमिंग स्प्रे किया जाएगा। हालाकि यह ट्रेन कब चलेगी, इसके बारे में रेल प्रशासन ने अधिकारी पुष्टि नहीं की है। डीटीएम जम्मू से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि अभी उनके पास ट्रेन चलने को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। राज्य प्रशासन विभिन्न जिलों से आने वाले लोगों की जानकारी देकर जो माग भेजेगा, उसके मुताबिक रेल चलेगी। मगर अभी तक राज्य प्रशासन की ओर से कोई माग रेलवे को प्राप्त नहीं हुई है। जिला प्रशासन ने इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए कसी कमर राज्य प्रशासन द्वारा सौंपी गई इस जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम देने के लिए ऊधमपुर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इसके लिए जिला प्रशासन ने व्यापक कार्ययोजना तैयार की है, जिसमें श्रमिक एक्सप्रेस से आने वाले लोगों के उतरने के लिए डी बोर्डिग, चढ़ने के लिए बोर्डिग और गृह जिलों को रवाना करने के लिए ट्रासपोर्ट एरिया, होल्डिंग एरिया, आउट ऑफ बाउंड एरिया बनाया गया है। इसके साथ ही संक्रमण मुक्त स्थल बनाने के लिए सैनिटाइजिंग और फ्यूमिगेशन का प्लान बनाया है।
हर जिले के लोगों के लिए दो से तीन बसें एक बार रेलवे स्टेशन आएंगी, जिसमें बैठकर लोगों को उनके गृह जिलों को भेज दिया जाएगा। इस पूरी व्यवस्था को पूरा करने में प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी सभी आवश्यक तैयारियों में जुटे हैं। रेलवे स्टेशन के पास एक बैंक्वेट हॉल में स्क्रीनिंग और सैंपलिंग सेंटर बनाया जाएगा। जहा पर ऊधमपुर, रामबन के अलावा तीन जिले के लोगों को स्क्रीनिंग के लिए लाया जाएगा। प्रशासन तैयारियों में जुटा ऊधमपुर को जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे निभाने के लिए प्रशासन के साथ विभिन्न विभागों के आला अधिकारी तैयारियों में जुट गए हैं। तैयारिया लगभग मुकम्मल कर ली गई हैं।
शनिवार को मॉकड्रिल भी कराई जाएगी जिससे की तैयारियों में रह जाने वाली कमी का पता लगा कर उसे दूर किया जा सके, ताकि लोगों के आने पर किसी तरह की दिक्कत या लापरवाही न हो सके। रेल कब से आएगी यह तय नहीं है। श्रमिक एक्सप्रेस ऊधमपुर में रुकेगी और घाटी के साथ अन्य जिलों के लोग यहा पर उतरेंगे। ऊधमपुर के अलावा जम्मू या कठुआ में श्रमिक एक्सप्रेस रुकेगी या नहीं, इसे लेकर जानकारी उनके पास नहीं है। ऊधमपुर में रेल से आने वाले विभिन्न जिलों के लोगों में से केवल ऊधमपुर और रामबन के सैंपल लिए जाएंगे। इसके अलावा किसी एक और जिला की सैंपल लेने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इस पूरे काम को निभाने के लिए विस्तृत और व्यवस्थित कार्ययोजना बना कर जरूरत के मुताबिक व्यापक प्रबंध किए गए हैं।