हीटर व ब्लोअर से वाहन के शीशे पर धुंध जमने से रोकें
जागरण संवाददाता ऊधमपुर सर्दी के मौसम में पड़ने वाले कोहरे में अक्सर वाहन में सफर कर
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : सर्दी के मौसम में पड़ने वाले कोहरे में अक्सर वाहन में सफर करते समय वाहन को अंदर से गर्म रखने के लिए लोग हीटरयुक्त एयर कंडीशनर या फिर ब्लोअर का इस्तेमाल करते हैं। मगर ये ब्लोअर और एसी कोहरे में भी आपकी खासी मदद करते हैं। बस इनका प्रयोग करते समय थोड़ी सावधानियां बरतने की जरूरत होती है।
सर्दी के मौसम और विशेष रूप से कोहरे में वाहनों के शीशों पर भारी नमी के कारण वे धुंधले हो जाते हैं। कई बार तो ये इतने धुंधले होते हैं कि बाहर या आसपास कुछ भी नहीं नजर आता। ऐसी स्थिति में वाहन चलाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाता है। ज्यादातर लोग कपड़े से कांच को अंदर और बाहर से साफ करते हैं, मगर कुछ ही समय बाद दृश्यता भी खराब हो हो जाती है। इस समस्या से बचाव में वाहन के हीटर और ब्लोअर काफी मददगार साबित होते हैं। आधुनिक वाहनों में क्लाइमेट कंट्रोल सेटिग होती है। इन सेटिग्स को करके आसानी से इस समस्या से बचा जा सकता है। मगर लो सेगमेंट के या पुराने मॉडल के जिन वाहनों में क्लाइमेट सेटिग्स नहीं होते, वे हीटर या ब्लोअर की मदद से कोहरे की समस्या से निजात पा सकते हैं।
इसके लिए आपको वाहन में हीटरयुक्त एसी या ब्लोअर है तो उसे ऑन करने के बाद वाहन में मौजूद गर्म हवा के प्रवाह को नियंत्रित करने वाले स्विच की मदद से गर्म हवा का प्रवाह विड स्क्रीन की तरफ कर दें। इससे शीशे के अंदर जमा नमी सूख जाएगी और शीशा साफ रहेगा। बाहर यदि पानी जमा हो तो उसे वाइपर के साथ साफ कर दें। शीशा जल्द सुखाने के लिए हवा का प्रवाह जितना ज्यादा हो, तेज करें। इससे शीशा जल्दी सूखता है। लगातार ब्लोअर या हीटर ऑन होने से गर्मी होने की स्थिति में कुछ देर के लिए पंखे को बंद कर दें, या फिर शीशे को कुछ देर के लिए खोल कर अंदर के तापमान को नियंत्रित करें।
इस बारे में डीटीआइ हरमोहिद्र सिंह ने बताया कि आम तौर पर हीटर, एसी और बलोअर हादसे का कारण नहीं बनते, क्योंकि सभी कंपनियां वाहन में सफर करने वालों की सुविधा के लिए हीटर और ब्लोअर की सुविधा देती हैं। हालांकि अब तो क्लाइमेट कंट्रोल जैसी सुविधा वाहन में उपलब्ध है, जो वाहन के अंदर का तापमान खुद ही नियंत्रित करती है। हालांकि सुरक्षा के तमाम उपाय के बाद इन चीजों के प्रयोग में बरती जाने वाली लापरवाही भी भारी पड़ जाती है। ब्लोअर या हीटर लगाकर वाहन को ऑन स्थिति में छोड़ना हानिकारक होता है। ऐसे में यदि छोटे बच्चे शरारत कर दें और वाहन का इंजन ऑन हो तो हादसा हो सकता है।
ज्यादा देर तक ब्लोअर या एसी का प्रयोग करने से इंजन गर्म होने से भी हादसा हो सकता है। हालांकि सामान्य प्रयोग में ऐसे कम ही मामले देखने को मिलते हैं। वाहन में छोटे बच्चे सफर कर रहे हों तो थोड़ा ध्यान रखें। वाहन में दम घुटने के मामले बहुत दुर्लभ होते हैं। यह तभी होता है जब घोर लापरवाही बरती जाए। बड़ों के साथ ऐसे हादसे पेश आने की आशंका न के बराबर होती है, मगर छोटे बच्चों को को नुकसान हो सकता है। क्योंकि अधिक समय तक इनके प्रयोग करने के दौरान अगर ऑक्सीजन का प्रवाह वाहन में रुक जाए तो जान जोखिम में पड़ सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर बाद वाहन का शीशा कुछ सेकेंड के लिए नीचे कर फिर से बंद करना चाहिए। कार में नवजात बच्चे या ज्यादा छोटे बच्चे हों तो उनके अकेला वाहन में छोड़ कर शीशे और खिड़कियां बंद कर छोड़ कर न जाएं।