आतंकी जाहिद का नहीं मिल रहा कोई सुराग
संवाद सहयोगी किश्तवाड़ आरएसएस के प्रांत सह सेवा प्रमुख चंद्रकांत शर्मा और उनके अंगरक्षक
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : आरएसएस के प्रांत सह सेवा प्रमुख चंद्रकांत शर्मा और उनके अंगरक्षक की हत्या में लिप्त एक आतंकी जाहिद हुसैन की पहचान कर उसका फोटो जारी कर दिया गया, लेकिन रविवार को भी उसका कोई सुराग नहीं मिला। वहीं, क्षेत्र में छठे दिन भी कर्फ्यू जारी रहा।
पुलिस ने शनिवार को जाहिद की पहचान करने की जानकारी देते हुए हत्या में प्रयुक्त हुई उसकी कार जब्त करने का दावा भी किया था। पुलिस के मुताबिक जाहिद हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन से जुड़ा है। चंद्रकांत की हत्या से एक दिन पहले ही वह हिजबुल से जुड़ा था, लेकिन सूत्रों के मुताबिक दच्छन का रहने वाला जाहिद काफी समय से आतंकी गतिविधियों में शामिल था। जाहिद के छह भाई और एक बहन है, जिसमें से दो भाई आतंकी थे। इनमें से एक भाई कुछ साल पहले आत्मसर्मपण किया था और अब वह बाहर है, जबकि दूसरा भाई अभी भी जेल में बंद है। जाहिद का पिता कारपेंटर का काम करता है। बताया जा रहा है बिना किसी कामकाज के जाहिद काफी एशोआराम की जिदगी बिता रहा था। पुलिस ने जो उसकी कार बरामद की है, उससे पहले भी वह दो-तीन गाड़ियां बदल चुका है। यह भी बताया जा रहा है कि जाहिद हिजबुल के वांटेड आतंकी ओसामा बिन जावेद के संपर्क में था और अक्सर उससे मिलता था, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां यह सब बातें पता लगाने में नाकाम रहीं। सुरक्षा एजेंसियों ने अपना काम सही से किया होता तो शायद चंद्रकांत और उनके अंगरक्षक की हत्या की योजना का पहले ही पता चल जाता।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ भी बताने से जांच प्रभावित होगी। जाहिद की धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस इतना जरूर कह रही है कि जाहिद किश्तवाड़ में ही है और अभी तक बाहर नहीं निकला है। सूत्रों के मुताबिक कर्फ्यू को अभी तक न हटाने के पीछे यह भी एक वजह है। छठे दिन भी कर्फ्यू में ढील नहीं, बढ़ी परेशानी
चंद्रकांत शर्मा और उनके निजी सुरक्षा कर्मचारी की हत्या के बाद एहतियातन किश्तवाड़ में कर्फ्यू लगा दिया गया था, जो रविवार छठे दिन भी जारी रहा। शहर के कुछ हिस्सों में एक घंटे की ढील तो दी गई, लेकिन यह नहीं के बराबर रही। यह ढील प्रशासन ने बाजारी क्षेत्र में न देते हुए गली, मोहल्लों में ही दी। इससे लोग रोजमर्रा का सामान, राशन व अन्य चीजें नहीं खरीद सके। पिछले छह दिन से राशन न मिलने से लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। कई घरों में राशन के साथ अन्य जरूरी चीजें खत्म हो गई हैं। लोगों को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा। जरूरत का भी सामान नहीं ले पा रहे
कर्फ्यू के चलते लोग जरूरत का सामान तक नहीं ले पा रहे। यहां तक कि दवाओं तक के लिए उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि प्रशासन केवल चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है। लोगों का मानना है कि ऐसे ही हालत रहने से वह चुनावों में मतदान करने के लिए मतदान केंद्रों तक कैसे जा सकेंगे। चुनाव कर्मचारी भी हो रहे परेशान
कर्फ्यू से आम लोग ही नहीं बल्कि चुनावी ड्यूटी देने वाले कर्मचारी भी परेशान हैं। उनको टेलीफोन पर सूचना देकर ड्यूटी की जानकारी देकर बताई गई जगह पर पहुंचने के लिए कहा जाता है, मगर डीसी दफ्तर तक उनके पहुंचने के लिए कोई वाहन उपलब्ध नहीं है, जिससे उनको पैदल ही मीलों तक जाना पड़ता है। अविनाश राय खन्ना पहुंचे किश्तवाड़
कर्फ्यू के बीच भाजपा नेता एवं जम्मू कश्मीर के प्रभारी अविनाश राय खन्ना रविवार दोपहर हेलीकॉप्टर से किश्तवाड़ पहुंचे। उनके साथ पूर्व उप मुख्यमंत्री कविद्र गुप्ता व संगठन मंत्री अशोक कौल भी थे। खन्ना व अन्य नेताओं ने आरएसएस नेता चंद्रकांत के घर जाकर कर शोक व्यक्त किया। परिवार के लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही चंद्रकांत के हत्यारों को पकड़ कर उन्हें अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कोई राजनीतिक बैठक नहीं की।