तीसरे दिन रात को खुली गुलाबगढ़ की सड़क, लोगों ने ली राहत की सांस
संवाद सहयोगी किश्तवाड़ रविवार को गलहार के पास पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर गिर
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : रविवार को गलहार के पास पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर गिर जाने से सड़क बंद हो गई थी, जिसे मंगलवार शाम तक खोला गया। सड़क खुल जाने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
रविवार को किश्तवाड़ से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर गलहार गांव से आगे पहाड़ से अचानक मलबा आ गिरा, जिसमें बड़े-बड़े पत्थर शामिल थे। इससे किश्तवाड़-गुलाबगढ़ सड़क बंद हो गई और वाहनों की आवाजाही थम गई। रविवार से ही मलबा हटाने का काम चल रहा है। पत्थर इतने बड़े-बड़े थे कि उन्हें आसानी से हटाना बहुत मुश्किल काम था। वहां पर काम कर रहे 118 आरसीसी ने अपनी बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर पत्थरों को तोड़ने का काम शुरू किया, लेकिन उसमें भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। क्योंकि जितने पत्थर तोड़े जाते, उतने ही ऊपर पहाड़ से और गिर जाते। इससे सड़क को खोलना मुश्किल हो रहा था। सड़क बंद होने से तीन दिन से पाडर इलाके की रफ्तार रुक गई थी। गुलाबगढ़ में रोजमर्रा का सामान भी नहीं पहुंच पाया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रेफ के कर्मियों की कड़ी मेहनत के बाद मंगलवार रात आठ बजे इस सड़क को खोल दिया गया और वहां पर रुके वाहनों को भी चलने की इजाजत दी गई, लेकिन बाकी साफ-सफाई का काम बुधवार को किया जाएगा।
वहीं, पाडर का पूरा इलाका अंधेरे में डूबा हुआ है, क्योंकि पत्थर व मलबा गिरने से बिजली के खंभे भी गिर गए हैं। बिजली आपूर्ति को बहाल करने का काम बुधवार को ही किया जाएगा ।