डोगरी भाषा व संस्कृति के पथ प्रदर्शक बनें युवा: निर्मोही
जागरण संवाददाता ऊधमपुर युवा डोगरी भाषा साहित्य और संस्कृति के पथ प्रदर्शक बनें। यह बात
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : युवा डोगरी भाषा, साहित्य और संस्कृति के पथ प्रदर्शक बनें। यह बात प्रसिद्ध साहित्यकार पद्मश्री प्रोफेसर शिव निर्मोही ने ऊधमपुर के सरकारी डिग्री कालेज में रविवार को कही। वह यहां आयोजित आइकानिक वीक फेस्टीवल के तहत अंतर कालेज संगोष्ठी, डोगरी लेखकों से मुलाकात व हस्तशिल्प प्रदर्शनी के दौरान बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
आजादी का अमृत महोत्सव की कड़ी में आयोजित अंतर कालेज संगोष्ठी का विषय पद्मश्री पद्मा सचदेव का डोगरी विषय में योगदान था। इसका शुभारंभ मुख्य मेहमान प्रख्यात साहित्यकार पद्मश्री प्रोफेसर शिव निर्मोही ने किया। उनके साथ साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता प्रकाश प्रेमी, अभिशाप व सुनील मेहरा विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद थे।
उद्घाटन सत्र की शुरुआत मुख्य अतिथि और अन्य सभी आमंत्रित अतिथियों को तिलक लगा कर पुष्पांजलि के साथ स्वागत किया गया। इसके बाद पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन और मां सरस्वती की वंदना की गई। प्रिसिपल प्रो. सुभाष चंद्र शर्मा ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि स्वदेशी भाषाओं, संस्कृतियों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के सर्व समावेशी दृष्टिकोण के तहत आजादी का अमृत महोत्सव के बैनर तले आइकानिक वीक फेस्टीवल आयोजित किए जा रहे हैं।
अपने संबोधन में पद्मश्री प्रो. शिव निर्मोही ने समारोह को शुरू करने व मौलिकता और विविधता के युग में प्रवेश करने के लिए डोगरा संस्कृति और भाषा को आगे लाने के लिए सरकार और कालेज की पहल की सराहना की। उन्होंने स्व. पद्मश्री पद्मा सचदेव के जीवन और साहित्यिक गतिविधियों के बारे में गहन अंतदृष्टि के लिए प्रतिभागियों की सराहना की व उनके साथ हुई मुलाकातों के दौरान अपने संस्मरणों को सभी के साथ साझा किया। उन्होंने युवाओं से डोगरी भाषा, साहित्य और संस्कृति के पथ प्रदर्शक बनने की अपील की। मुख्य अतिथि से पूर्व प्रो. प्रकाश प्रेमी एवं अभिशाप ने भी स्व. पद्मा सचदेवा व डोगरा साहित्य में उनके योगदान पर बात की और सभी को डोगरी संस्कृति और भाषा को लेकर पने मन से हीन भावना दूर करने को प्रेरित किया।
संगोष्ठी प्रतियोगिता में सरकारी डिग्री कालेज रामनगर, सरकारी डिग्री कालेज चिनैनी, सरकारी डिग्री कालेज मजालता सरकारी डिग्री कालेज नीली-नाला, सरकारी महिला कालेज ऊधमपुर और मेजबान कालेज के छात्रों ने हिस्सा लेकर दिए गए विषय पर विचार प्रस्तुत कर डोगरा साहित्य में स्व. पद्मश्री पदमा सचदेवा के योगदान पर रोशनी डाली। प्रतियोगिता में सरकारी डिग्री कालेज मजालता की दीक्षा ठाकुर ने पहला, सरकारी डिग्री कॉलेज चिनैनी की मधु शर्मा ने दूसरा और साक्षी अत्री ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में पूर्व प्रिसिपल प्रो. तारा नाथ, प्रो. सुखम चंद और प्रसिद्ध डोगरी लेखक व नाटककार जगदीप दुबे ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
अंत में समापन कार्यक्रम में संगोष्ठी के विजेता प्रतियोगियों को पुरस्कार भेंट किए गए। इसके साथ एनसीसी कैडेट्स और सरस्वती वंदना प्रस्तुतकर्ताओं के साथ संगोष्ठी में हिस्सा लेने वाली सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र दिए गए। कॉलेज की ओर आमंत्रित मेहमनों ठाकुर दास सिम्थयाल, शाम अग्निहोत्री, अजय अनंत, पं. रेखा ठाकुर, पं. नीतिका नीतू, देवेंद्र ठाकुर को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डोगरा हस्तशिल्प व पुस्तक प्रदर्शनी भी आयोजित की। इसमें हस्तशिल्प, हथकरघा के साथ उधमपुर के डोगरी लेखकों की पुस्तकें प्रदर्शित की गई थी। इसका मुख्य मेहमान ने स्वागत किया। कार्यक्रम समापन प्रो. रोमेश कुमार अत्री के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
कार्यक्रम का संचालन डा. पंकज शर्मा और प्रो. इम्तियाज शाहिद ने किया। कार्यक्रम में प्रो. सुरेश डोगरा, डा. कमलदीप कौर, प्रो. सुरेश कुमार, प्रो. बाबू लाल ठाकुर, प्रो. मनीषा कोहली, प्रो. जीआर वर्मा, प्रो. कमल किशोर, डा. वेद कुमार, प्रो. सतीश कुमार, प्रो. संजय कुमार, प्रो. समता शर्मा, डा. अजय शर्मा, प्रो. राजन भारती, प्रो. पूजा धीमान, प्रो. मंजू बाला, डा. रविदर शर्मा, प्रो. सोनिया राज, डॉ. स्वर्ण सिंह, डॉ. अनीता शर्मा, पीटीआइ शशि शर्मा और अन्य शामिल थे।