हड़ताल पर अस्थायी कर्मी, दो टैंकरों के सहारे शहर
संवाद सहयोगी ऊधमपुर पीएचई के अस्थायी कर्मचारियों की लंबित मांगें न माने जाने के कारण
संवाद सहयोगी, ऊधमपुर : पीएचई के अस्थायी कर्मचारियों की लंबित मांगें न माने जाने के कारण आज से 24 घंटे की काम छोड़ हड़ताल पर चले जाने की घोषणा पीएचई कर्मचारियों ने रविवार को ही कर दी थी। इसके चलते सोमवार रात आठ बजे से लेकर मंगलवार रात आठ बजे तक पूरे शहर में पीने के पानी की सप्लाई ठप रहेगी। इससे लोगों को पीने का पानी नहीं मिलेगा। इस संदर्भ में लोगों का कहना था कि सरकार द्वारा पीएचई कर्मचारियों की लंबित मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए था। लेकिन सरकार की ओर से कर्मचारियों को झूठे आश्वासन देने के सिवाए कोई काम नहीं किया जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
पानी न आने पर बावलियां बनेंगी सहारा
पीने का पानी न आने से लोगों को पीने के पानी के लिए बावलियों व प्राकृतिक जल सोत्र से ही अपने घरों में पीने का पानी लाना पड़ेगा। इतना ही नहीं, कई लोगों को तो मीलों दूर जाकर बावलियों से पीने का पानी लाना पड़ेगाताकि उन्हें पीने के पानी की समस्या से न जूझना पड़े।
अस्थायी पीएचई कर्मचारियों की 24 घंटे की हड़ताल के चलते शहर में पीने के पानी की सप्लाई नहीं होगी। इतना ही नहीं पीएचई विभाग की ओर से भी शहर में पीने के पानी की सप्लाई को बहाल करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए है।
पीएचई के पास हैं मात्र दो टैंकर
अगर हम बात करे पीएचई विभाग की तो उनके पास पीने के पानी हैं जो कि शहर में पानी की सप्लाई करने के लिए नाकाफी है। अगर रात में पंपिग स्टेशन चलते हैं तो शहर में दो टैंकरों की मदद से पीने का पानी लोगों के घरों में सप्लाई किया जाएगा। रात आठ बजे से ही कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे है तो इसके चलते जितनी पंपिग हो सकती है वह करवाएंगे। विभाग की ओर से कर्मचारियों की काम छोड़ हड़ताल के चलते लोगों के घरों में पीने के पानी की सप्लाई करने के लिए टैंकरों के अलावा कोई प्रबंध नहीं है। वह डीसी ऊधमपुर से बैठक कर इस मामले पर चर्चा करेंगे।
अजय गुप्ता, पीएचई एक्सईएन