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रात से दिन तक बरसी आफत की बरसात, बढ़ी परेशानी

जागरण संवाददाता ऊधमपुर कई दिनों से खराब मौसम ने बुधवार रात से वीरवार को दिन भर अफा

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 09:31 AM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 09:31 AM (IST)
रात से दिन तक बरसी आफत की बरसात, बढ़ी परेशानी

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : कई दिनों से खराब मौसम ने बुधवार रात से वीरवार को दिन भर अफात की बरसात बरसात की। शुक्रवार से वीरवार शाम साढ़े पांच बजे तक 78 एमएम बारिश से जिला में जलथल हो गया। विभिन्न संपर्क मार्ग बंद होने से इलाकों का संपर्क जिला से कट गया। इसके साथ ही सभी इलाकों में लोगों की परेशानियों में इजाफा हुआ। बारिश के साथ उपरी पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी की वजह से अधिकतम तापमान में भारी गिरवाट आने से सर्दी का प्रकोप बढ़ गया।

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बुधवार को दोपहर तक धूप रही और इसके बाद मौसम खराब होने लगा। शाम को हल्की बूंदाबांदी के बार रात को तेज बारिश शुरु हो गई। रात भर बिना रुके बरसी बरसात दोपहर तक बिना रुके बरसती रही। इसके बाद बाद दोपहर तक हल्की बारिश और बूंदाबांदी हुई। मगर फिर मौसम बारिश का दौर थम गया। मगर रात भर और वीरवार को दिन भर बरसी बारिश ने सामान्य जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया। बारिश की वजह से जिला में छोटे बड़े नालों में जल स्तर खासी बढ़ गया। जिससे तवी नदी का स्तर भी बढ़ गया। वहीं बारिश की वजह से सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हुआ। बारिश के कारण लोगों को स्कूल और दफ्तर जाने में परेशानी हुई। बारिश की वजह से बाजार भी शाम तक वीरान रहे। बारिश रुकने के बाद बाजार में फिर से रौनक लौटी। वहीं बारिश के कारण गली मोहल्लों में पानी भरने और नालियां जाम होने से लोगों को परेशानी हुई।

वहीं जिला में बारिश से विभिन्न इलाकों में किसी प्रकार से जानी नुकसान की खबर नहीं है। अलबत्ता लोगों के कच्चे मकानों को आंशिक तौर पर नुकसान होने की खबर है।

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तीन दिनों में बरसा 88.8 मिमी पानी

ऊधमपुर जिला में हाल में बिगड़े मौसम ने पिछले तीन दिनों में 88.8 मिलीमीटर पानी बरसाया है। कुल मिला कर अब तक इस माह में अब तक 137.8 मिमी बारिश हो चुकी है। पिछले तीन दिनों 88.8 मिलीमीटर पानी बरसा और इसमें से 78 एमएम बारिश बुधवार शाम से वीरवार शाम तक हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना है। वहीं बारिश की वजह से तामपान पिछले दिन की तुलना में तकरीबन 7.5 डिग्री की गिरावट के साथ 15.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है। तापमान गिरने से सर्दी ने एक बार फिर से अपना प्रभाव दिखाया है।

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लाटी में कुछ लोगों के मकान गिरने की जानकारी स्थानीय लोगों ने दी है। लाटी के सरपंच मास्टर कस्तूरी लाल गुप्ता ने बताया कि पूरी लाटी तहसील में पिछले कुछ समय से बारिशों के बाद स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने बताया कि इलाके में पिछले कुछ समय में कई बार हुई भारी बारिश से अब तक दो दर्जन से ज्यादा मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। जबकि पचास के करीब मकानों को आंशिक तौर पर क्षति पहुंची है। किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं है। वहीं लाटी में स्थित सीआरपीएफ कैंप के दोनों तरफ भूस्खलन होने से कैंप को खतरा हो गया है। टीन के शेट वाले कुछ कमरे बैठ गए हैं। गत दिवस हॉर्टीकल्चर विभाग की इमारत में बने सीआरपीएफ के कैंप पर पेड़ गिरे, मगर धीरे-धीरे गिरने के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ। इसे कटवा कर साफ कर दिया गया। उन्होंने बताया निजी दूरसंचार कंपनी द्वारा बिछाई जाने वाली केबल के कारण सराड़, छपड़ी, मरोठी, सिरा, लाटी, डीडी बैगड़ की सड़क की हालत बुरी है। वहीं पीएमजीएसवाई की बन रही सड़कों की वजह से भी लोगों की जमीनों के साथ मकानों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने जिला प्रशासन के साथ संबंधित विभागों से इस दिशा में उचित कदम उठाने की अपील की है। लाटी बाजार में बनी नाली बंद होने से पानी की निकासी न होने से भी समस्या हो रही है।

भूस्खलन के कारण कई सड़कें बंद

ऊधमपुर में हुई भारी बारिश से जिला के विभिन्न इलाकों जाने वाले मार्ग बंद हो गए हैं। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन पीएल पोंसा ने बताया कि घोरड़ी, लाटी, बसंतगढ़ मार्ग बंद हुए हैं। इसके अलावा सियूना मार्ग भी बंद हुआ था। बंद मार्गों को खोलने के लिए मशीनें काम में जुटी है। घोरड़ी मार्ग सहित अन्य बंद मार्गों को खोलने के लिए काम जारी है। मगर ज्यादातर स्थानों पर अत्याधिक बारिश की वजह से पहाड़ों में पानी सिमने से भूस्खलन का मलबा हटाने पर और आने से समस्या हो रही है।

चोबू नाला में सड़क दलदली मलबे ने रोका रास्ता

पंचैरी ऊधमपुर मार्ग पर स्थित चोबू नाला इलाके में रात को हुई बारिश के बाद से पानी के साथ मिट्टी युक्त मलबा आने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। हालांकि मशीन की मदद से गिरे मलबे को साफ तो कराया गया। मगर पानी के साथ मिल कर मिट्टी दलदली मलबा बन कर सडक फैल गई। जिसे वाहनों का गुजरना संभव नहीं है। हादसे की आशंका को देखते हुए पीएसजीएसवाई विभाग ने स्थानीय पुलिस को वाहनों को वहां से गुजरने की अनुमति न देने को कहा है। वहीं चोबू नाला में दलदली मलबा और पत्थर गिरने के कारण लोगों को रास्ता पार करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पैदल इस हिस्से को पार करते समय लोग कीचड़ में घुटनों तक धंस रहे हैं और बड़ी मुश्किल से पार कर पा रहे हैं। बुधवार को कई सरकारी कर्मचारी और विद्यार्थी मुश्किलों का सामना कर किसी तरह इस क्षेत्र को पार कर अपने दफ्तरों और स्कूलों तक पहुंचे। अन्य लोगों को भी आने जाने में खासी परेशानी हुई। इस बारे में पीएजीएसवाई रियासी के एक्सईएन एचआर लंगेह ने बताया कि चोबू नाला में मिट्टी पानी के साथ मिल कर दलदल बन रही है। जिससे फिसलन हो गई है, और वाहन धंस सकते हैं। इसलिए वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने में पुलिस से सहयोग मांगा है। मौसम में सुधार होने पर इस जगह के सूखने पर समस्या के स्थायी समाधान के लिए काम किया जाएगा।

बारिश की वजह से बारात हुई परेशान

बारिश ने आम लोगों के साथ शादी समारोह को भी प्रभावित किया है। बारिश शादी की बारातों के लिए परेशानी का सबब बनी। लाटी के बंदोल इलाके से निकली एक बारात रास्ता बंद होने की वजह से फंस गई। लाटी के सरपंच मास्टर कस्तूरी लाल के मुताबिक बंदोल निवासी सूरम चंद अपने बेटे की बारत लेकर कुद जा रहे थे। मगर रास्ता बंद होने के कारण बस फंस गई। जिसके बाद दूल्हा और 30 के करीब घराती और बारती पैदल ही पहाड़ी मार्ग से बारिश के बीच कुद के लिए रवाना हुए। इसी तरह अन्य स्थानों पर बारातों के लिए परेशानी खड़ी हुई। वहीं शादी समारोह के आयोजन का मजा भी बारिश ने किरकिरा किया।


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