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किसानों पर आफत बन गिरे ओले, 4.13 करोड़ की फसलें तबाह

कुछ दिन पहले मौसम के बदले मिजाज ने जिले में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा कर किसानों की कमर तोड़ दी है। बारिश और ओलावृष्टी ने जिले में करोड़ों के धान और सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। ओलावृष्टि के बाद जिले में तबाह हुई फसलों का आकलन जारी है। जिला प्रशासन के पास अभी तक पहुंची रिपोर्ट के अनुसार जिले में अनुमानित नुकसान चार करोड़ से अधिक है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Oct 2021 07:31 AM (IST)Updated: Fri, 29 Oct 2021 07:31 AM (IST)
किसानों पर आफत बन गिरे ओले, 4.13 करोड़ की फसलें तबाह
किसानों पर आफत बन गिरे ओले, 4.13 करोड़ की फसलें तबाह

अमित माही, ऊधमपुर : कुछ दिन पहले मौसम के बदले मिजाज ने जिले में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा कर किसानों की कमर तोड़ दी है। बारिश और ओलावृष्टी ने जिले में करोड़ों के धान और सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। ओलावृष्टि के बाद जिले में तबाह हुई फसलों का आकलन जारी है। जिला प्रशासन के पास अभी तक पहुंची रिपोर्ट के अनुसार, जिले में अनुमानित नुकसान चार करोड़ से अधिक है।

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गत शनिवार तड़के से शाम तक जिला में हुई ओलावृष्टी और भारी बारिश ने फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। सबसे ज्यादा नुकसान ओलावृष्टी ने किया है। बड़े आकार के ओले गिरने से फसलें बुरी तरह तबाह हो गई हैं। ओलों ने धान, मक्की, दालों और सब्जी की खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है। इसके साथ ही अन्य फसलों की तैयार की जा रही पनीरी और बोई कई फसल भी पूरी तरह से तबाह हो गई है। ओलावृष्टी ने जिला में 21,499 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। कहीं पर फसलों का नुकसान 60 तो कहीं पर 90 फीसद तक फसल तबाह हो चुकी है। जिला प्रशासन ने भी ओलावृष्टी के बाद जिले में बर्बाद हुई फसलों के आकलन का काम शुरू कर दिया है। इस कार्य को अंजाम देने में कृषि विभाग सहित अन्य विभाग जुटे हुए हैं। जिला प्रशासन की ओर से किए जा रहे आकलन के मुताबिक जिले में अभी तक हुए सर्वे में 4.13 करोड़ रुपये की फसलों को नुकसान हो चुका है। यह आंकड़ा कुछ कम और ज्यादा हो सकता है।

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रामनगर और मजालता में सबसे ज्यादा नुकसान

बारिश और ओलावृष्टी से जिले की दो तहसीलों रामनगर और मजालता में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इन दोनों तहसीलों में करीब 13 हजार से ज्यादा किसानों की 2.90 करोड़ की धान फसल खराब हुई है। वहीं जिला की लाटी और बसंतगढ़ तहसील में किसी फसल को नुकसान नहीं हुआ है। इसके बाद ऊधमपुर तहसील में 98 लाख रुपये की फसलें खराब हुई हैं। पंचैरी और मोंगरी में 15 लाख तथा चनैनी में 10 लाख की फसलें खराब हुई हैं।

एसडीआरएफ के मानकों पर तय होगा मुआवजा

फसलों को हुए नुकसान के आकलन के लिए जारी सर्वे के मुताबिक अभी तक नुकसान का आंकड़ा अनुमानित है। अभी प्रशासन और विभाग ने क्षेत्र का दौरा कर विस्तृत सर्वे किया है, जिसके बाद प्राप्त होने वाले नुकसान का एसडीआरएफ के तय मानकों के तहत मुआवजे के लिए सर्वे किया जाएगा। विस्तृत सर्वे के बाद नुकसान के आंकड़े कुछ कम और ज्यादा भी हो सकता हैं।

कहां पर कितना नुकसान

तहसील फसल फीसद नुकसान

रामनगर- धान 70 1.70 करोड़

मजालता- धान 37 1 .20 करोड़

ऊधमपुर- दालें, सब्जी 30 98 लाख

पंचैरी- सब्जी, धान,मक्का 60 14.5 लाख

चनैनी- मक्का, धान, सब्जी 75 9.68 लाख

मोंगरी- धान, दालें 90 42.90 हजार जिले में बारिश और ओलावृष्टी से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। अभी तक प्राप्त अनुमानित आंकड़ों के आधार पर 21,499 किसानों का 4.13 करोड़ का नुकसान हुआ है। आकलन के लिए फील्ड विजिट और सर्वे अभी जारी है। पूरा होने पर यह आंकड़ा कम या ज्यादा भी हो सकता है। इसके बाद मुआवजे के लिए एसडीआरएफ के तय मानकों के मुताबिक आकलन किया जाएगा।

विकार अममद गिरि, एसीआर ऊधमपुर


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