अब घरों में आइसोलेशन पर रहेंगे बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव
जागरण संवाददाता ऊधमपुर कोरोना संक्रमण के मामले बेशक बढ़ रहे हैं मगर जिला प्रशासन
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : कोरोना संक्रमण के मामले बेशक बढ़ रहे हैं, मगर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग आम लोगों को पहले के मुकाबले अधिक राहत दे रहा है। अब ज्यादातर लोगों को अस्पतालों में आइसोलेट करने की बजाए घरों में होम आइसोलेशन पर रख रहा है। वहीं, बाजार में किसी दुकानदार या वहां काम करने वाले किसी के पॉजिटिव आने पर उस दुकान के साथ उसकी अगल-बगल वाली दुकान को ही बंद करवा रहा है।
मार्च में कोरोना महामारी के कारण हुए पूर्ण लॉकडाउन में सबकुछ बंद हो गया था। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से अनलॉकिग की प्रक्रिया शुरू हुई। अनलॉकिग के हर चरण में पहले चरण से ज्यादा रियायतें मिलने लगीं। बाजार खुलने के बाद दुकानदारों और उनके पास काम करने वालों के पॉजिटिव आने के बाद बाजार को ही रेड जोन घोषित कर बाजार बंद करवाए जा रहे थे। इससे व्यापारी वर्ग को काफी परेशानी हो रही थी।
इसके चलते अब जिला प्रशासन ने इस समस्या से निजात देते हुए नई व्यवस्था शुरू कर दी है। जिसके तहत अब जो भी दुकानदार या वहां काम करने वाला पॉजिटिव आएगा, उसी दुकान को बंद किया जाएगा। इसके साथ ही एहतियात के तौर पर उसके साथ लगती अगल-बगल वाली दुकानों को ही बंद रखा जाएगा। बंद की जाने वाली दुकानों के बाहर पोस्टर लगेगा, जिस पर कोरोना के कारण दुकान के बंद होने की जानकारी लिखी होगी। बड़े पैमाने पर की जा रही टेस्टिंग में कोर्ट रोड के रेड जोन बनने के बाद प्रशासन ने गोल मार्केट में इसी फार्मूले को अपनाया भी। इसी तरह के मोहल्लों में या आवासीय क्षेत्रों में पॉजिटिव मामले आने पर पूरे इलाके को रेड जोन बनाने की बजाए, केवल उन घरों को जाने वाली गलियों को सील किया जाएगा, जहां पर कोरोना पॉजिटिव लोग होंगे। निश्चित रूप से यह व्यवस्था लोगों की लिए बड़ी राहत होगी।
वहीं, पहले जहां लोगों को घरों में क्वारंटाइन तक होने की अनुमति नहीं मिली थी, वहीं सितंबर में पॉजिटिव आने वाले मरीजों तक को होम आइसोलेशन की अनुमति दी जा रही है। मगर यह अनुमति केवल एसिंप्टोमेटिक यानी बिना लक्षण वाले पॉजिटिव लोगों को दी जा रही है। लक्षण वाले मरीजों को अभी भी पहले की तरह अस्पताल में आइसोलेशन पर रखा जा रहा है। इसके साथ होम आइसोलेशन केवल उस पॉजिटिव को ही किया जा रहा है, जिसके लिए घर में अलग कमरे और वाशरूम की सुविधा है। जिनके पास यह सुविधा नहीं है, उनको भी अस्पतालों में ही आइसोलेशन पर रखा जा रहा है।
463 पॉजिटिव मरीज रखे गए हैं होम आइसोलेशन पर
नई एसओपी जारी होने के बाद जिले में 31 अगस्त से होम आइसोलेशन की सुविधा देना शुरू किया गया है। 31 अगस्त को 37 लोगों को होम आइसोलेशन पर भेजा गया था। यह आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है। दो सप्ताह बाद 13 सितंबर को कुल 463 पॉजिटिव मरीज होम आइसोलेशन के लिए भेजे गए थे, जबकि 172 पॉजिटिव मरीज अस्पतालों में आइसोलेट किए गए हैं।