परिवार की सलामती के लिए चंडी मोड़ दरगाह पर टेका माथा
संवाद सहयोगी पौनी चंडी मोड़ दरगाह पर रविवार को मेले के अंतिम दिन हजारों श्रद्धालुओं ने माथा टेक
संवाद सहयोगी, पौनी : चंडी मोड़ दरगाह पर रविवार को मेले के अंतिम दिन हजारों श्रद्धालुओं ने माथा टेक राज्य व परिवार की सलामती के लिए दुआ मागी। मेले में पिछले आठ दिन में करीब 50 हजार श्रद्धालु दरगाह पर माथा टेकने के लिए पहुंचे। आखिरी दिन मेले समाप्त होने से पहले सुबह हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हजरत बाजी मियां मुहम्मद इस्माइल की दरगाह पर माथा टेका। दरगाह के सेवक बाजी मियां शौकत के नेतृत्व में सुबह दस से दोपहर एक बजे तक मुल्क व परिवार की सलामती के लिए दुआ मागी।
उल्लेखनीय है कि चंडी मोड़ पर स्थित हजरत बाजी मियां मोहम्मद इस्माइल की दरगाह पर हर वर्ष 17 से 24 जनवरी तक मेला लगता है। इसमें जम्मू-कश्मीर के अलावा दूसरे राज्यों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं के भोजन, पानी की व्यवस्था यहा की कमेटी द्वारा की गई थी। दरगाह के सेवक बाजी मियां शौकत का कहना है कि पिछले 50 साल से दरगाह पर मेले का आयोजन किया जा रहा है। दरगाह की मान्यता है की जो व्यक्ति अपने सच्चे मन से यहा प्रार्थना करता है, उसकी मुराद अगले वर्ष लगने वाले मेले तक पूरी हो जाती है। इसके बाद मन्नत मागने वाला प्रत्येक श्रद्धालु अगले साल दरगाह पर लगने वाले मेले में पहुंच कर अपनी हाजिरी अवश्य लगाता है। एक किमी तक लगा वाहनों का जाम
चंडी मोड़ दरगाह में मेले के अंतिम दिन व्यवस्था को लेकर श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन को पहले से पता था कि मेले के अंतिम दिन काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। जाम से निपटने के लिए जिला पुलिस के जवान ही कोशिश कर रहे थे, लेकिन ट्रैफिक पुलिस का एक भी जवान दिखाई नहीं दिया। दरगाह के निकट दोनों तरफ करीब एक किमी तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई थीं। जाम के कारण खासकर शिवखोड़ी आने-जाने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी होना पड़ा। इस तरह के कार्यक्रमों में व्यवस्था को लेकर पुलिस को पहले से प्रबंध करने चाहिए थे। स्थानीय लोगों ने कहा प्रत्येक वर्ष चंडी मोड़ दरगाह पर लगने वाले मेले में जाम की समस्या आती है।