मां वैष्णो देवी के मैटेरियल रोपवे पर बढ़ाई जाएंगी सुविधाएं
संवाद सहयोगी कटड़ा मां वैष्णो देवी भवन व आसपास के क्षेत्रों में निर्माण सामग्री के साथ ही
संवाद सहयोगी, कटड़ा : मां वैष्णो देवी भवन व आसपास के क्षेत्रों में निर्माण सामग्री के साथ ही खाद्य पदार्थ आदि बिना देरी या रुकावट के पहुंच सकें, इसको लेकर कुछ वर्ष पहले श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने महत्वपूर्ण परियोजना सियाड़ दबड़ी से वैष्णो देवी भवन तक मैटेरियल रोपवे शुरू की थी। इस मैटेरियल रोपवे से प्रतिदिन श्राइन बोर्ड द्वारा करीब 10,000 किलोग्राम सामान भवन पर भिजवाया जाता है और साथ ही वापसी में खराब हो गया सामान सियाड़ दबड़ी लाया जाता है। इस रोपवे पर सुविधाएं बढ़ाने को लेकर श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बोर्ड के अधिकारियों व परियोजना से जुड़े इंजीनियरों के साथ बैठक की।
बैठक में कई महत्वपूर्ण बिदुओं पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें एलटीपी यानी कि सियाड दबड़ी के साथ ही यूटीपी यानी कि भवन पर दोनों तरफ स्टोर सॉफ्टवेयर लगाया जाएगा। दोनों स्टेशनों पर सीसीटीवी अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे, साथ ही इंटरकॉम व्यवस्था भी स्थापित की जाएगी, ताकि सामान ले जाने व वापस लाने को लेकर किसी भी तरह की परेशानी या रुकावट का सामना न करना पड़े। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस मैटेरियल रोपवे का फायदा मां वैष्णो देवी भवन पर दुकानें कर रहे निजी दुकानदारों को भी सामान आदि ले जाने के लिए मिल सके, इसको लेकर श्राइन बोर्ड अधिकारियों की तकनीकी कमेटी का गठन किया गया, जो इन सब बिंदुओं पर विचार-विमर्श करेगी। यह मैटेरियल रोपवे रोजाना करीब 10,000 किलोग्राम सामान ले जाने व वापस लाने में सक्षम है।
यह मैटेरियल रोपवे सियाड़ दबड़ी से भवन तक यानी कि तीन किलोमीटर का सफर करीब 17 मिनट में तय करता है। इससे पहले मां वैष्णो देवी भवन के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में सामान आदि ले जाने के लिए घोड़े, खच्चर का इस्तेमाल श्राइन बोर्ड द्वारा किया जाता था। इसके अलावा समय पर गाड़ियों का इस्तेमाल भी शुरू किया गया, परंतु भीड़भाड़ वाले दिनों में श्रद्धालुओं को अपनी वैष्णो देवी यात्रा के दौरान कहीं न कहीं परेशानी झेलनी पड़ती थी। दूसरी ओर सामान भी समय पर वैष्णो देवी भवन या आसपास के क्षेत्रों में कभी कभार नहीं पहुंच पाता था, जिसको लेकर श्राइन बोर्ड द्वारा महत्वपूर्ण परियोजना कुछ वर्ष पहले शुरू की गई।
बैठक में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के साथ ही इस परियोजना को संभालने वाली कंपनी राइट्स के अलावा स्पेस ऐज कंपनी के इंजीनियर आदि मौजूद थे।