बाजार व यात्रा मार्ग का सारा कचरा शिवगंगा में फेंकने से लोगों में रोष
जुगल मंगोत्रा पौनी प्रशासन ने रनसू-शिवखोड़ी में शिवगंगा को दूषित होने से बचाने के लिए
जुगल मंगोत्रा, पौनी :
प्रशासन ने रनसू-शिवखोड़ी में शिवगंगा को दूषित होने से बचाने के लिए भले ही कई प्रयास किए हों, प्रशासन के प्रयास विफल साबित हुए हैं। शिवगंगा में कचरे के ढेर लगे हुए हैं, जिससे मछलियों के मरने का खतरा बना हुआ है।
देशभर से शिवखोड़ी भोले बाबा के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु शिवगंगा में मछलियों को चारा डालकर पुण्य कमाते हैं, लेकिन श्राइन बोर्ड के सफाई कर्मचारी व कुछ स्थानीय लोग शिवगंगा में कपड़े धोने, कचरा फेंकने के अलावा घोड़ों की लीद फेंक कर दूषित कर रहे हैं। श्राइन बोर्ड ने ट्रैक पर शिवगंगा को दूषित न करने के लिए जगह-जगह संकेतक बोर्ड तो लगाए हैं, लेकिन गंदगी फैलाने वाले लोग इस ओर ध्यान नहीं देते हैं।
भोले बाबा के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड ने शिवगंगा में कचरा फैलाने पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद इसमें कचरा फेंका जा रहा है। स्थानीय व्यापार मंडल के प्रधान व डीडीसी सदस्य केवल कृष्ण शर्मा का कहना है कि शिवगंगा में कचरा फेंकने की शिकायत कई बार प्रशासन से की गई है, लेकिन इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। शिवगंगा से इलाके में कई गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी उपलब्ध कराया जाता है। इन दिनों शिवगंगा का जलस्तर कम है और उसमें कुछ लोग बाजार व यात्रा मार्ग का सारा कचरा फेंक रहे हैं। इतना ही नहीं दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु पहले शिवगंगा में स्नान करने के बाद ही दर्शन के लिए आगे गुफा की ओर बढ़ते हैं, लेकिन गंदगी को देखकर वे भी इसमें नहाने से परहेज कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं ने शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों से शिवगंगा को दूषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
इस संबंध में नायब तहसीलदार रनसू अशोक कुमार का कहना है कि शिवगंगा को दूषित न करने के लिए हर जगह संकेतक बोर्ड लगाए गए हैं। जो लोग शिवगंगा में कचरा फेंकते हैं, उन पर पैनी नजर रखी जाएगी। मेले के दौरान अगर कोई भी व्यक्ति शिवगंगा को दूषित करता मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।