लंबित मांगों को लेकर पीएचई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता ऊधमपुर लंबित मांगों को लेकर शुक्रवार को जलशक्ति विभाग के डेलीवेजर
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : लंबित मांगों को लेकर शुक्रवार को जलशक्ति विभाग के डेलीवेजर कर्मचारियों ने एक बार फिर से पीएचई कार्यालय कांप्लेक्स में प्रदर्शन किया।
जलशक्ति (पीएचई इंप्लाइज) एसोसिएशन और एनपीपी ट्रेड यूनियन के उपाध्यक्ष सोमनाथ के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने विभाग और राज्य प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर कर्मचारी नेता सोमनाथ ने कहा कि घाटी के डेलीवेजरों को जनवरी 2021 तक बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया है, जबकि जम्मू के कर्मचारी पिछले चार माह से बकाया राशि मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू संभाग के लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। विभाग भेदभाव की नीति अपना कर्मचारियों को बकाया वेतन का वेतन भुगतान कर रहा है।
सोमनाथ ने कहा कि चीफ इंजीनियर की ओर से इस मामले में डीडीओ को स्पष्ट निर्देश नहीं दिए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जलशक्ति विभाग के अधिकारी पीएचई डेलीवेजर्स कर्मचारियों को सरकारी विभाग के कर्मचारियों जैसा व्यवहार करने की बजाए प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारियों और बंधुआ मजदूरों जैसा बर्ताव कर रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सोमनाथ ने कहा कि पीएचई यूनाइटेडट फ्रंट के नेता कई बार विभाग के चीफ इंजीनियर से मिले हैं, मगर चीफ इंजीनियर की ओर से डीडीओ को बकाया राशि जारी करने संबंधी स्पष्ट निर्देश जारी नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली बार काम छोड़ हड़ताल के दौरान डेलीवेजर, आइटीआइ और जमीन देने वाले डेलीवेजर्स का शिष्टमंडल जम्मू-पुंछ के सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ राजभवन में उपराज्यपाल के साथ मिला था। उस समय उपराज्यपाल ने फ्रंट के नेताओं को आश्वासन दिया कि वह बकाया वेतन, कर्मचारियों को स्थायी करने और मिनीमम वेजिस एक्ट की मांग को डीडीसी चुनाव कराने से पहले पूरा करेंगे, मगर अभी तक इस मामले में आश्वासान के मुताबिक कुछ नहीं हुआ है।
इस अवसर पर कर्मचारियों ने सीपी, आइटीआइ, जमीन मामलों वाले वर्कर्स को नियमित करने, बकाया वेतन जारी करने, मिनीमम वेजिस एक्ट लागू करने, स्टाफ की कमी को दूर करने, डीपीसी कराने, एसआरओ 43 के मामलों का जल्द निपाटारा करने सहित अन्य लंबित मांगों को शीघ्र पूरा करने की अपील की। इस अवसर पर विजय कुमार, सूरज प्रकाश, दिनेश केसर, शमशेर सिंह, कर्ण सिंह, कुलभूषण भट्ट, संजय कुमार, अजाज सुमालिया, बलवान सिंह, मनमोहन के अलावा चनैनी, कुद, पत्नीटाप, सुद्धमहादेव, बरमीन, घोरड़ी, रामनगर, दिहाड़ी, कघोट, मजालता, खून, मानसर, मनवाल, पंचैरी, भमाग, थाति, टिकरी, गढ़ी, रैंबल सहित अन्य इलाकों से आए जलशक्ति विभाग के कर्मचारी मौजूद थे।