राज्य के झंडे के संरक्षण के लिए आगे आएं नौजवान : फारूक
राज्य ब्यूरो श्रीनगर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और श्रीनगर के सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और श्रीनगर के सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने वीरवार को कहा कि जम्मू कश्मीर का झंडा रियासत की विशिष्ट सांस्कृतिक, सभ्यता और संवैधानिक पहचान है। इसके संरक्षण के लिए नौजवानों को आगे आना होगा।
नवाए सुब परिसर स्थित पार्टी मुख्यालय में नेकां की युवा और महिला इकाई के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत में फारूक ने कहा कि नेकां रियासत की विशिष्ट सामाजिक, राजनीतिक और संवैधानिक पहचान की दुश्मन ताकतों को नाकाम बनाती रहेगी। हम अपनी पहचान बनाए रखने के लिए वर्षो से कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। हमने इन सभी चुनौतियों का सफलतापूर्वक मुकाबला किया है, लेकिन हमें इन ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है। हमें रियासत के लोगों चाहे वह किसी भी क्षेत्र, वर्ग या धर्म से हों, एकजुट होकर सांप्रदायिक ताकतों को नाकाम बनाना होगा। इसमें नौजवानों और मां-बहनों को भी अहम भूमिका निभानी है। नौजवानों को विशिष्ट पहचान के संरक्षण के लिए जिम्मेदारी निभानी होगी
फारूक ने कहा कि हमारी रियासत की पहचान कैसे बनी है, इस सवाल का जवाब हमारे सदियों पुराने इतिहास में है। हमारे नेता शेरे कश्मीर शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने रियासत की विशिष्ट पहचान और संस्कृति व सभ्यता के लिए पूरी उम्र कष्ट सहे। उन्होंने असंख्य कुर्बानियां दीं। धारा 370 और धारा 35-ए हमारी इस विशिष्ट पहचान के लिए हैं। भारतीय संविधान के निर्माताओं ने हमारी पहचान की रक्षा के लिए ही इन्हें संविधान में शामिल किया है। अब नौजवानों को आगे आकर रियासत की विशिष्ट पहचान जिसकी गारंटी भारतीय संविधान में है, के संरक्षण में अपनी जिम्मेदारी को निभाना होगा। स्वस्थ और आदर्श जीवन शैली अपनाएं युवा
फारूक ने युवाओं से स्वस्थ और आदर्श जीवन शैली अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि सफलता के लिए लिए आप सभी नौजवानों को मेहनत करनी होगी। संयम-सब्र और समझदारी से काम करना होगा। बुरी आदतों से खुद को बचाएं और अपने परिवार और मुल्क की बेहतरी के लिए आगे आएं।