श्रीनगर का मेयर कौन रहेगा..आज फिर होगा तय
वर्तमान मेयर जुनैद मट्टू के खिलाफ अविश्वासमत प्रस्ताव पर वोटिग की जमीन तैयार पूर्व डिप्टी मेयर शेख इमरान को आगे रखकर रचा गया शह और मात का चुनावी खेल ---------
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: श्रीनगर नगर निगम के मेयर जुनैद अजीम मट्टु के खिलाफ मंगलवार को अविश्वासमत प्रस्ताव पर वोटिग की जमीन पूरी तरह तैयार हो चुकी है। कांग्रेस और नेकां ने इस प्रक्रिया से अलग रहने का दावा किया है, लेकिन कांग्रेस ने वोटिग को लेकर अंतिम फैसला लेने के लिए पांच सदस्यीय टीम भी बनाई है। मेयर जुनैद मट्टु ने कुर्सी बचाने के लिए तो पूर्व डिप्टी मेयर शेख इमरान ने उन्हें कुर्सी से हटाने के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीए मीर से अलग-अलग मुलाकात की है। अविश्वासमत प्रस्ताव पर वोटिग मंगलवार की सुबह 11 बजे श्रीनगर के बैंक्वेट हॉल में होगी।
74 वार्डो के श्रीनगर नगर निगम के लिए वर्ष 2018 में चुनाव हुए थे। नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने इन चुनावों का बहिष्कार किया था। पीपुल्स कांफ्रेंस भी इन चुनावों से दूर रही थी। इन दलों से जुड़े लोगों ने बतौर निर्दलीय ही चुनाव लड़ा था। सिर्फ 70 वार्डो में ही पार्षद चुने गए थे। इनमें से भाजपा के चार और कांग्रेस के 17 पार्षद हैं। शेष बाद में अन्य दलों के साथ जुड़े या फिर भाजपा के खेमे का हिस्सा बने। मेयर जुनैद मट्टु और पूर्व डिप्टी मेयर शेख इमरान व मौजूदा डिप्टी मेयर परवेज कादरी भी बतौर निर्दलीय ही चुनाव जीते थे। मेयर व पूर्व डिप्टी मेयर दोनों ही बाद में पीपुल्स कांफ्रेंस का हिस्सा बन गए थे। इस समय निगम में भाजपा के 11, कांग्रेस के 17, पीपुल्स कांफ्रेंस के 17, नेकां के 11, चार पीडीपी व शेष निर्दलीय हैं। प्रस्ताव पर 43 पार्षदों के हस्ताक्षर
मेयर जुनैद अजीम मट्टु के खिलाफ लाए गए अविश्वासमत प्रस्ताव पर 43 पार्षदों के हस्ताक्षर हैं। इनमें पीडीपी, कांग्रेस, नेशनल कांफ्रंस और भाजपा के पार्षदों के अलावा निर्दलियों के भी हस्ताक्षर हैं। छह माह में दूसरा अविश्वासमत प्रस्ताव
बीते छह माह के दौरान मेयर जुनैद मट्टू के खिलाफ यह दूसरा अविश्वासमत प्रस्ताव है। पहला प्रस्ताव भाजपा ने ही निर्दलियों की मदद से लाया था, लेकिन अंतिम समय में इस प्रस्ताव को भाजपा ने वापस ले लिया था। अलबत्ता, डिप्टी मेयर शेख इमरान के खिलाफ अविश्वासमत प्रस्ताव पारित हो गया था। कश्मीर की सियासत पर नजर रखने वालों के मुताबिक, पांच अगस्त 2019 को बदले राजनीतिक समीकरणों के बीच पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद गनी लोन ने जिस तरह से नेकां व पीडीपी का साथ दिया है, उसके बाद से ही भाजपा श्रीनगर नगर निगम से पीपुल्स कांफ्रेंस को हटाना चाहती है। इस बार भाजपा ने पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता पूर्व डिप्टी मेयर शेख इमरान को ही आगे कर रखा है। डिप्टी मेयर का पद छिनने के बाद से वह मेयर जुनैद मट्टु से बदला लेने के मूड में हैं। इसलिए अब भाजपा ने उन्हें आगे कर रखा है और इस मुहिम में उनके साथ पीडीपी के रफीक डार आगे हैं। भाजपा ने प्रस्ताव नहीं लाया: राजा
भाजपा के पार्षद आरिफ राजा ने कहा कि हमने मेयर के खिलाफ अविश्वासमत प्रस्ताव नहीं लाया है। यह निर्दलीय पार्षदों ने लाया है। वोटिंग के दौरान कोरम के लिए एक तिहाई सदस्यों की मौजूदगी जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह अविश्वासमत प्रस्ताव मेयर के निरंकुश और भ्रष्ट आचरण के खिलाफ लाया गया है। हमारे साथी कश्मीर की बेहतरी के मद्देनजर उनके खिलाफ वोट करने या न करने का अंतिम फैसला लेंगे। सामान्य तौर पर सभी उन्हें ंहटाने के मूड में हैं। कांग्रेस आज सुबह स्पष्ट करेगी रुख
पूर्व डिप्टी मेयर शेख इमरान भी प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीए मीर से मिले हैं। उन्होंने भी अपने लिए समर्थन मांगा। अलबत्ता, मीर से क्या आश्वासन मिला है, यह उन्होंने नहीं बताया। इस बीच, नेशनल कांफ्रेंस ने कहा है कि वह अविश्वासमत प्रस्ताव से किसी तरह का इत्तेफाक नहीं रखती। वहीं, जुनैद और इमरान की जीए मीर से मुलाकात के बाद कांग्रेस ने देर शाम गए कथित तौर पर एक पांच सदस्यीय दल गठित किया है। इस दल को मौजूदा हालात का संज्ञान लेते हुए रणनीति तय करने का जिम्मा सौंपा गया है। इसके आधार पर ही कांग्रेस मंगलवार की सुबह अपना अंतिम फैसला सुनाएगी।
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मंगलवार का इंतजार करें, सब पता चल जाएगा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर से मेरी मुलाकात हुई है। उन्होंने यकीन दिलाया है कि कांग्रेस के सदस्य वोटिग में हिस्सा नहीं लेंगे। मेरा दावा है कि कांग्रेस के पास 22 पार्षद हैं। नेकां के पास भी 17 पार्षद हैं। ये सभी अविश्वासमत पर वोटिग के समय अनुपस्थित रहेंगे।
जुनैद अजीम मट्टु, मेयर श्रीनगर नगर निगम
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