सोपोर में भड़की हिंसा, तीन घायल, दो पत्थरबाज पकड़े
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ग्रीष्मकालीन राजधानी के डाउन-टाउन और सोपोर में शुक्रवार को नमाज ए
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ग्रीष्मकालीन राजधानी के डाउन-टाउन और सोपोर में शुक्रवार को नमाज ए जुम्मा के बाद भड़की ¨हसा पर काबू पाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इसमें तीन लोग घायल हो गए, जबकि दो पत्थरबाजों को पकड़ा गया है। पुलिस ने किसी पत्थरबाज के पकड़े जाने की पुष्टि नहीं की है। इस बीच, वादी के विभिन्न इलाकों में अलगाववादी संगठनों ने शनिवार को सोपोर में हुई हुíरयत नेता हकीम उर रहमान सुल्तानी की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन भी किए।
दोपहर तक श्रीनगर में स्थिति लगभग सामान्य रही, लेकिन जामिया मस्जिद में नमाज संपन्न होते ही हालात बदल गए। मस्जिद से बड़ी संख्या में युवकों का एक दल राष्ट्रविरोधी नारे लगाते हुए निकला। इन युवकों में से कुछ ने पाकिस्तान और आतंकी संगठनों के झंडे और बैनर लिए हुए थे। इन युवकों ने नौहट्टा चौक में तैनात पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों को देखते ही पथराव शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने पहले तो संयम बनाए रखा, लेकिन जब पथराव की तीव्रता बढ़ने लगी तो उन्होंने आंसूगैस और लाठियों का सहारा लिया। इसके बाद नौहट्टा, राजौरीकदल और उससे सटे इलाकों में सुरक्षाबलों व राष्ट्रविरोधी ¨हसक तत्वों के बीच झड़पें शुरू हो गई, जो करीब तीन घंटे तक जारी रही।
इसी दौरान उत्तरी कश्मीर के सोपोर में भी नमाज के बाद मुख्य चौक और उससे सटे इलाकों में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच ¨हसक झड़पें हुई। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने ¨हसक तत्वों पर लाठियां भांजते हुए आंसूगैस के गोले दागे। हालांकि पुलिस ने ¨हसक झड़पों में किसी के घायल होने या पकड़े जाने से इन्कार किया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि तीन पत्थरबाज मामूली रूप से घायल हुए हैं। पुलिस ने दो अन्य को पकड़ा है। इस बीच, ऑल पार्टी हुíरयत कांफ्रेंस के गिलानी गुट के कार्यकर्ताओं ने हैदरपोरा में मीरवाइज मौलवी उमर फारूक की अगुआई वाली हुíरयत से जुड़े लोगों ने जामिया मस्जिद और जेकेएलएफ ने मैसूमा में हुíरयत नेता हकीम उर रहमान की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन किया। हकीम उर रहमान को शनिवार को सोपोर में अज्ञात आतंकियों ने मार गिराया था। पुलिस के मुताबिक, लश्कर के आतंकियों ने यह हत्या की है, जबकि लश्कर ने इससे इन्कार किया है।
प्रदर्शनकारियों ने हकीम उर रहमान की हत्या की निंदा करते हुए सुरक्षाबलों के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने इस हत्या के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को भी जिम्मेदार ठहराया और किसी अंतरराष्ट्रीय संगठन से कश्मीर में होने वाली हुíरयत व अन्य संगठनों के नेताओं की हत्याओं की जांच की मांग की।