आतंकियों ने दो और पंचायत घरों में लगाई आग
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकियों ने पंचायत चुनाव में विघ्न डालने की अपनी साजिश को जारी रखते ह
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकियों ने पंचायत चुनाव में विघ्न डालने की अपनी साजिश को जारी रखते हुए मंगलवार को दक्षिण कश्मीर में दो और पंचायत घरों में आग लगा दी। इसके साथ ही तीन दिनों में आतंकियों द्वारा जलाए गए पंचायत घरों की संख्या पांच हो गई है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा मुनीर अहमद खान ने त्राल में पंचायत घर जलाने में लिप्त तत्वों की पहचान करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव को सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए व्यापक सुरक्षा कवच तैयार किया जा रहा है। गौरतलब है कि रविवार की रात आतंकियों ने पहले सीर त्राल और उसके बाद सोमवार को अंधेरा होने पर द्रबगाम पुलवामा व शोपियां के नाजनीपोरा में भी दो पंचायत घर आग के हवाले कर दिए।
सोमवार को आधी रात के बाद आतंकियों ने नागबल में पंचायत घर में आग लगाई। हालांकि दिन में किसी भी जगह पंचायत घर को नुकसान नहीं पहुंचाया, लेकिन अंधेरा होने के बाद शोपियां के रामनगरी इलाके में करीब साढ़े नौ बजे पंचायत घर में आग लगा दी। लोगों की सूचना पर पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। देर रात तक आग बुझा दी गई थी, लेकिन पंचायत घर का अधिकांश हिस्सा तबाह हो गया था।
राज्य में निकाय और पंचायत चुनाव अगले माह शुरू हो रहे हैं। आतंकी संगठनों ने इन चुनावों के बहिष्कार का फरमान सुनाते हुए कहा है कि मतदान में हिस्सा लेने और चुनाव लड़ने वालों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा। पंचायत चुनाव प्रक्रिया में पंचायत घरों की भूमिका अहम रहती है। कश्मीर में अधिकांश जगहों पर पंचायत घरों में ग्रामीण विकास एवं पंचायत मामलों के कार्यालय हैं। पंचायत चुनाव संबंधी गतिविधियां इन्हीं जगहों से संचालित होती हैं।
मुनीर खान ने कहा कि त्राल में पंचायत घरों को आग लगाने वाले तत्वों की पहचान कर ली गई है। उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा। सभी शरारती तत्वों और आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्करों के नेटवर्क की निगरानी की जा रही है। किसी को भी चुनाव प्रक्रिया में खलल डालने का मौका नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव में भाग लेने वाले प्रत्याशियों की सुरक्षा का रोडमैप तैयार किया गया है। आतंकवाद प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ाने के साथ ही आतंकरोधी अभियान भी तेज किए जा रहे हैं। दक्षिण कश्मीर के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित विधायकों और एमएलसी की सुरक्षा संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रत्येक को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। सभी को बुलेट प्रूफ वाहन भी उपलब्ध कराए गए हैं। अगर कोई यह कहे कि उसे बुलेट प्रूफ वाहन नहीं मिला है तो उसे सीधे मेरे पास आना चाहिए, मैं उसे बताऊंगा कि कौन सा बुलेट प्रूफ वाहन किस विधायक को मिला है। निकाय और पंचायत चुनाव में भाग लेने वाले प्रत्याशियों की सुरक्षा का उनके लिए आतंकी खतरे के आधार पर ही बंदोबस्त किया जा रहा है।