टीआरएफ का दावा- केरन में मारे गए आतंकी उसके की गुट के
मारे गए आतंकियों ने पहली अप्रैल की सुबह केरन सेक्टर में घुसपैठ की थी। यह आतंकी शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि को रंगडोरी में सेना के पैरा कमांडो दस्ते के साथ हैंड टू हैंड फाइट में मारे गए थे।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: कश्मीर में कुछ ही दिनों पहले बने आतंकी गुट द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने दावा किया गया है कि उत्तरी कश्मीर के रंगडोरी केरन कुपवाड़ा में मुठभेड़ में मारे गए पांचों लड़के उसके गुट से जुड़े थे। इसमें दो कश्मीर के ही हैं, जिनकी उसने पहचान का दावा किया है। उसके अनुसार सरताज अहमद यारीपोरा कुलगाम और सज्जाद अहमद कीगाम शोपियां का रहने वाला था।
मारे गए आतंकियों ने पहली अप्रैल की सुबह केरन सेक्टर में घुसपैठ की थी। यह आतंकी शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि को रंगडोरी में सेना के पैरा कमांडो दस्ते के साथ हैंड टू हैंड फाइट में मारे गए थे। इस बीच, पांचों आतंकियों को मंगलवार को एलओसी के पास जंगल में इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक दफना दिया गया। इससे पूर्व पांचों शवों का पोस्टमार्टम करने के अलावा डीएनए नमूने भी लिए गए।
इसके अलावा सोमवार को ही दक्षिण कश्मीर में जिला कुलगाम से एक और जिला शोपियां के दो परिवारों ने दावा किया है कि मारे गए पांच आतंकियों में तीन उनके ही लड़के हैं। इन परिवारों की मानें तो उन्हें रविवार की सुबह ही किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर सूचित किया था कि उनके बच्चे गुलाम कश्मीर से आते हुए सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं। शोपियां के दारमडोरा गांव के रहने वाले मुश्ताक अहमद हुर्रा ने दावा किया है कि मारे गए आतंकियों में एक उसका बेटा सज्जाद है। सज्जाद अप्रैल 2018 को घर से गायब होकर आतंकी बना था। वहीं कुपवाड़ा के पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगर कोई शवों पर दावा करता है तो उसके डीएनए के साथ इन नमूनों को मिलाकर सच्चाई का पता लगाया जाएगा।