नए साल के पहले ही दिन तीन हमले, एसपीओ शहीद
जागरण न्यूज नेटवर्क, श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में माहौल खराब करने पर आमादा पाकिस्तान और पाक सम
जागरण न्यूज नेटवर्क, श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में माहौल खराब करने पर आमादा पाकिस्तान और पाक समर्थित आतंकियों ने मंगलवार को नए साल के पहले ही दिन तीन हमलों के अलावा सीमा पर भारी गोलाबारी की। आतंकियों ने शाम को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में एक एसीपीओ (स्पेशल पुलिस आफिसर) की उसके घर में दाखिल होकर हत्या कर दी। शहीद एसपीओ समीर कई आतंकरोधी अभियानों में हिस्सा ले चुका है। इससे पूर्व आतंकियों ने त्राल में सीआरपीएफ के शिविर पर हमला किया, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें खदेड़ दिया। दोपहर बाद आतंकियों ने नेशनल कांफ्रेंस के एक वरिष्ठ नेता मोहम्मद अशरफ बट के मकान पर भी ग्रेनेड फेंका, लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ। इस बीच, पाकिस्तानी सेना ने पुंछ के गुलपुर सेक्टर में भारत की सैन्य चौकियों के साथ रिहायशी क्षेत्रों पर गोलाबारी की। इससे कोई नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन सीमा से सटे जंगल में आग लग गई, जिसपर काबू पाने का प्रयास जारी है। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद पाक सेना ने गोलाबारी बंद कर दी।
पुलवामा में हत्या :
आतंकियों का एक दल पुलवामा के हाजन पायीन में दाखिल हुआ। आतंकियों ने ग्रामीण वली मोहम्मद मीर के मकान की निशानदेही की। इसके बाद आतंकी जबरन मकान में दाखिल हो गए। उन्होंने वली मोहम्मद मीर के पुत्र व राज्य पुलिस में तैनात एसपीओ समीर अहमद मीर को देखते ही उसपर गोलियों की बौछार कर दी। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे शहीद घोषित कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो यह हत्या जैश ए मोहम्मद के स्थानीय माड्यूल ने की है। गत शनिवार को हाजन पायीन में सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में जैश के चार आतंकियों को मार गिराया था। आतंकियों को संदेह था कि समीर ने इस मुठभेड़ में अहम भूमिका निभाई है। इस बीच, शहीद एसपीओ को जिला पुलिस लाइन पुलवामा में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। देर शाम शहीद को उसे सुपुर्दे खाक किया गया।
कैंप पर हमला :
आतंकियों ने तड़के त्राल के मिडूरा इलाके में स्थित सीआरपीएफ की 180 बटालियन के शिविर को निशाना बनाते हुए यूबीजीएल ग्रेनेड दागा। यह ग्रेनेड हवा में ही फट गया। इसके बाद आतंकियों ने अपने स्वचालित हथियारों से शिविर पर गोलियां चलाईं, लेकिन कैंप के बाहरी हिस्से में तैनात सीआरपीएफ कर्मियों ने तुरंत जवाबी फायर किया। दोनों तरफ से लगभग पांच मिनट तक गोलियां चली, लेकिन जल्द ही आतंकियों के पांव उखड़ गए और वह अपनी जान बचाते हुए वहां से भाग निकले। हमले के बाद सीआरपीएफ के जवानों ने राज्य पुलिस के जवानों के साथ मिलकर शिविर के आसपास घेराबंदी करते हुए आतंकियों की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चलाया, लेकिन आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिला।
त्राल में तीन माह में सुरक्षाबलों के कैंप पर छठा हमला : तीन महीने के दौरान त्राल में सुरक्षाबलों के कैंप पर यह छठा हमला है। इससे पहले सेना के कैंप पर तीन और सीआरपीएफ के कैंप पर दो आतंकी हमले हो चुके हैं। ये हमले मडूरा के अलावा बटगुंड, पंजू, बजवानी क्षेत्र किए गए थे।
ग्रेनेड हमला : त्राल में दोपहर को नेकां नेता मोहम्मद अशरफ बट के घर भी आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका, जो मकान के बाहर सड़क पर एक जोरदार धमाके के साथ फटा। सूत्रों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। धमाके के फौरन बाद पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने पूरे इलाके को भी घेरा, लेकिन कोई पकड़ा नहीं गया। वहीं नेकां नेता व त्राल पुलिस ने हमले से इन्कार किया है।
नेकां नेता पर तीन साल में सात आतंकी हमले : नेकां नेता मोहम्मद अशरफ बट पर बीते तीन साल के दौरान करीब सात आतंकी हमले हो चुके हैं। उनके पिता और भाई आतंकी हमलों में मारे गए थे। मोहम्मद बट वर्ष 2014 में नेकां की टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। इसी साल मई और जुलाई माह के दौरान भी उनके घर पर आतंकी हमले हुए थे।