मदरसे में दो छात्राें को रस्सी से बांधकर मानवढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा था मारा गया आतंकी कामरान
आतंकी ने सुरक्षाबलों से बचने के लिए दो छात्रों को मानवढाल के रूप में इस्तेमाल किया। उन्हें रस्सियों से उन दोनों छात्रों को एक खंभे से बांध रखा था लेकिन वह अपने इरादे में कामयाब नहीं हो पाया। मुठभेड़ के समय मदरसे में तीन अध्यापक और 31 छात्र थे।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : दक्षिण कश्मीर के शोपियां में एक मदरसे में बैठ आत्मघाती हमले की साजिश रच रहे जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तानी आतंकी कामरान उर्फ अनीस को शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। उस आतंकी ने सुरक्षाबलों से बचने के लिए दो छात्रों को मानवढाल के रूप में इस्तेमाल किया। उन्हें रस्सियों से उन दोनों छात्रों को एक खंभे से बांध रखा था, लेकिन वह अपने इरादे में कामयाब नहीं हो पाया। मुठभेड़ के समय मदरसे में तीन अध्यापक और 31 छात्र थे।
जानकारी के अनुसार शोपियां के कापरिन में जहां मुठभेड़ हुई है, वह शोपियां और कुलगाम जिले की सीमा पर स्थित है। पुलिस को बीती रात पता चला था कि कापरिन में जैश-ए-मोहम्मद का पाकिस्तानी कमांडर अपने किसी संपर्क सूत्र के पास आया हुआ है। पुलिस ने उसी समय सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर एक तलाशी अभियान चलाया। सुरक्षाबलों ने आधी रात के बाद गांव को चारों तरफ से घेरते हुए आने जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए। आतंकी मदरसा दारुल उलूम खालिद इब्न वलीद में छिपा हुआ था। मदरसे में उसके छिपे होने की जानकारी एक ओवरग्राउंड वर्कर ने पूछताछ के दौरान दी थी।
सुबह सूरज की पहली किरण के साथ जवानों ने तलाशी अभियान शुरू किया। आतंकी को किसी तरह बच निकलने का मौका नहीं मिले, इसके लिए जवानों की अलग-अलग टुकड़ियों को मदरसे और उसके साथ सटी मस्जिद के पास तैनात किया गया, ताकि आतंकी किसी तरह मस्जिद या फिर मदरसे के साथ सटे घरों में दाखिल न हो सके। सुबह छह बजे के करीब मुठभेड़ शुरू हुई। जवानों ने आतंकी को सरेंडर के लिए भी कहा, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ के समय मदरसे में तीन अध्यापक और 31 छात्र भी थे। उनकी सुरक्षा का भी सवाल था, जवानों ने बड़ी सावधानी के साथ आतंकी पर जवाबी प्रहार करते हुए छात्रों औार अध्यापकों को भी सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया।
आतंकी ने कुछ छात्रों को कथित तौर पर बंधक बनाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा। करीब सवा छह बजे उसने अंधांधुंध फायरिंग करते हुए मदरसे से बाहर निकल भागने का प्रयास किया, लेकिन जवानों की जवाबी फायरिंग में मारा गया। मुठभेड़ के बाद जब मदरसे में तलाशी ली गई तो एक जगह खंभे के साथ दो छात्र बंधे हुए मिले। दोनों की आयु लगभग 11 वर्ष थी और शुरुआती जांच में पता चला कि आतंकी ने उन्हें मानवढाल बनाने के लिए ही खंभे के साथ बांधा था।
आठ माह से शोपियां और कुलगाम में सक्रिय था कामरान
एसपी शोपियां तनुश्री ने जैश ए मोहम्मद के कमांडर कामरान उर्फ अनीस के मारे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि वह करीब आठ माह से शोपियां और कुलगाम में सक्रिय था। उन्होंने बताया कि उसके पास से एक एके -74 राइफल व अन्य साजो सामान मिला है। उन्होंने बताया कि वह ए श्रेणी का आतंकी था और जिस तरह से बीते कुछ समय से शोपियां व कुलगाम में आतंकियों द्वारा आत्मघाती हमले की साजिश रचे जाने की सूचना मिल रही है, उसे देखते हुए कामरान का मारा जाना एक बड़ी कामयाबी है।
उन्होंने बताया कि मदरसे के अध्यापकों से भी कामरान के बारे में पूछताछ होगी औार यह पता लगाया जाएगा कि वह वहां कितने दिन से और किसके प्रभाव के कारण रह रहा था। चौधरीगुंड में बीते दिनों हुई कश्मीरी हिंदु पूर्ण कृष्ण भट्ट की हत्या के बारे में पूछे जाने पर एसपी ने कहा कि उसमें कामरान शामिल नहीं था। पूर्ण कृष्ण भट्ट की हत्या लश्कर ए तैयबा के आतंकियों ने की है। उन्हें भी चिह्नित कर लिया गया है और जल्द ही वह पकड़े जाएंगे या मारे जाएंगे।