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आतंकी हिलाल कई वारदातों में था शामिल

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के रत्नीपोरा पुलवामा में मंगलवार को मारे गए आतंकी हिल

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 02:44 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 02:44 AM (IST)
आतंकी हिलाल कई  वारदातों में था शामिल
आतंकी हिलाल कई वारदातों में था शामिल

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के रत्नीपोरा पुलवामा में मंगलवार को मारे गए आतंकी हिलाल ने ही बीते साल पाकिस्तानी आतंकी नवीद जट्ट को श्री महाराजा हरि सिंह (एसएमएचएस) अस्पताल से फिल्मी अंदाज में भगाने में अहम भूमिका निभाई थी। इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी शहीद हुए थे। वह गत नवंबर में नवीद के साथ ही मारा जाता, अगर आतंकी समर्थक भीड़ सुरक्षाबलों पर पथराव करते हुए उसे सुरक्षित निकाल न ले जाती।

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बेगमपुरा पुलवामा का रहने वाला हिलाल अहमद राथर उर्फ अबु जरार हालांकि आतंकियों के लिए बतौर ओवरग्राउंड वर्कर बीते तीन चार वर्षो से काम कर रहा था। वर्ष 2016 में वह पहली बार पकड़ा गया, पर जल्द ही छूट गया। इसके बाद उसके खिलाफ राष्ट्रविरोधी व ¨हसक गतिविधियों से जुड़े और भी कई मामले दर्ज हुए, लेकिन छह फरवरी 2018 को जब श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल से पाकिस्तानी आतंकी नवीद जट्ट उर्फ अबु हंजला फरार हुआ तो हिलाल अहमद राथर का नाम दोबारा चर्चा में आया। अस्पताल से नवीद को भगाने के लिए दो पुलिस कर्मियों की हत्या की गई थी। नवीद को भगाने की साजिश में हिलाल अहमद का साथ काकपोरा पुलवामा के मोहम्मद टिका खान, शकील अहमद बट, सईद तजुम्मल इस्लाम किरमानी और मोहम्मद शफी वानी ने दिया था।

नवीद जट्ट के साथ हिलाल अहमद राथर भी एक सक्रिय आतंकी बन गया, लेकिन वह हिजबुल मुजाहिदीन का हिस्सा बन गया। उसके बाद उसने एक के बाद एक कई आतंकी वारदातों को अंजाम दिया। उसने नवीद जट्ट के साथ सुरक्षाबलों पर हमले, सुरक्षाबलों के परिजनों से मारपीट और नागरिक हत्याओं को अंजाम देना शुरू कर दिया। गत नवंबर के दौरान श्रीनगर से करीब 14 किलोमीटर दूर डांगरपोरा में सुरक्षाबलों ने जब नवीद जट्ट को घेरा तो हिलाल उसके साथ ही था। इस मुठभेड़ में नवीद मारा गया। वह भी मारा जाता, लेकिन आतंकी समर्थक ¨हसक तत्वों की भीड़ ने मुठभेड़ स्थल पर मौजूद सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया था। नागरिक क्षति से बचने के लिए सुरक्षाबलों ने जैसे ही घेराबंदी हटाई, आतंकी समर्थक तत्व हिलाल को मुठभेड़ स्थल से सुरक्षित निकाल ले गई थी।

हिलाल अहमद के रत्नीपोरा में छिपे होने की सूचना गत सोमवार देर रात मिली थी। पुलिस को अपने तंत्र से पता चला था कि अलबदर, जैश और हिज्ब के चार आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए बैठक करने आए हैं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने अभियान चलाया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में हिलाल मारा गया, लेकिन अन्य आतंकी भागने में कामयाब रहे। इस मुठभेड़ में एक सैन्यकर्मी भी शहीद हो गया।


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